ब्रेकिंग
मप्र, राजस्थान समेत 12 राज्यों में आज तेज बारिश का अलर्ट।  बिहार में वज्रपात से 5 मौत, गया में 6 लड... काँटा लगा गाने की शेफाली जरीवाला की मौत बनी एक रहस्य, क्या फ्रिज में रखा खाना खाने से हुई शेफाली की ... हरदा: बीती रात फिल्मी स्टाइल में अलग अलग दो चार पहिया वाहन हुए दुर्घटना ग्रस्त, दो गंभीर घायल , वीड... सीहोर नर्मदापुरम : नौकरी दिलाने के बहाने किशोरी से गेंगरेप हरदा: पिछले 24 घंटों में जिले में 0.6 मि.मी. औसत वर्षा हरदा जिले मे जिला प्रशासन की नाक के नीचे से चल रहा है खाद की काला बजारी का खेल : मोहन बिश्नोई  भाजपा नेता और पत्रकार की किराना दुकान से बिक रहा खुले आम पेट्रोल ! ◆दो प्रमुख अखबारों की एजेंसी धार... मप्र मौसम: आज 23 जिलों में अच्छी बारिश अन्य जगह हल्की फुहार खिवनी अभ्यारण सामग्री लेकर पहुंचे विधायक, आशीष शर्मा, पीड़ित परिवार ने विधायक और प्रदेश सरकार का मान... यात्री को फ्लाइट में शराब पीने से रोका तो की एयरहोस्टेस से छेड़खानी

BJP विधायक का किसानों ने किया जोरदार विरोध, दिखाए काले झंडे, जमकर लगे मुर्दाबाद के नारे

मकड़ाई समाचार मेरठ। किठौर विधानसभा से भाजपा विधायक सत्यवीर त्यागी का किसानों ने जमकर विरोध किया। भाजपा विधायक पसवाड़ा गांव में जब एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे, तभी किसानों ने काले झंडे लेकर विधायक के काफिले को घेर लिया। विधायक के काफिले में 5 गाड़ियां थीं। लेकिन किसानों के विरोध के चलते विधायक गाड़ी से नहीं उतरे। इस दौरान किसानों ने विधायक के खिलाफ वापस जाओ और मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए।

- Install Android App -

बताया जा रहा है कि भाजपा कार्यकर्ता विशाल चौधरी ने गांव में दौड़ का आयोजन किया था. विधायक सत्यवीर त्यागी को इस कार्यक्रम में फीता काटना था। जैसे ही उनकी गाड़ी गांव में पहुंची. किसान मौके पर जमा हो गए। किसानों ने काले झंडे लेकर नारेबाजी करना शुरू कर दिया। आधा घंटे तक गांव में हंगामे की स्थिति बनी रही। भाजपा विधायक सत्यवीर त्यागी का कहना है कि मैं पसवाड़ा गांव में गया था। हमारे भाजपा के कार्यकर्ता के यहां कार्यक्रम था। कुछ युवकों ने विरोध किया।

जब किसानों ने विरोध कर काले झंडे दिखाए तो भाजपा विधायक के ड्राइवर ने गाड़ी नहीं रोकी। गांव में खूब हंगामा हुआ। किसान झंडे लेकर विधायक की गाड़ी के पीछे भागते रहे। जिसमें युवकों ने गालियां भी दी। किसानों ने भाजपा मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। पसवाड़ा गांव के रहने वाले 65 साल के रामपाल का कहना है कि ये गांव किसानों का है, यहां भाजपा नेताओं के लिए जगह नहीं है।