मकड़ाई समाचार नई दिल्ली। उत्तराखंड में बीते कई दिनों से चल रही सियासी उठापठक का आज पटाक्षेप हो गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अब से थोड़ी देर पहले राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। इसी के साथ ही पार्टी आलाकमान कभी भी नए सीएम का ऐलान कर सकती है। नए सीएम की दौड़ में अजय भट्ट, सतपाल महाराज, धनसिंह रावत और अनिल बलूनी का नाम आगे चल रहा है। बलूनी खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खास बताए जाते हैं।
इस्तीफा देने के बाद ये बोले त्रिवेंद्र सिंह रावत
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस्तीफा देने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं लंबे समय से पार्टी में काम कर रहा हूं। RSS के स्वयंसेवक के नाते, भाजपा संगठन मंत्री के नाते बीते चार साल में पार्टी में मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का मौका दिया था। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है।
रावत ने कहा कि एक छोटे से गांव में जन्म लिया। पिताजी पूर्व सैनिक थे। मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि पार्टी इतना बड़ा पद देगी लेकिन भाजपा में यह संभव है। रावत ने कहा कि भाजपा में सभी फैसले सहमति से लिए जाते हैं और पार्टी ने सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया कि अब मुझे किसी और को यह मौका देना चाहिए। 4 साल में 9 दिन कम रह गए। मैं प्रदेश वासियों का धन्यवाद करना चाहता हूं।
इस्तीफा क्यों दिया, रावत बोले, दिल्ली जाकर पूछो
रावत ने कहा कि अब पार्टी जिसो भी प्रदेश का दायित्व सौपेंगे, वह अपना काम करेंगे। मैं अभी-अभी राज्यपाल को अपना त्यागपत्र सौंपकर आया हूं। गौरतलब है कि पार्टी मुख्यालय पर 10 बजे पार्टी विधानमंडल दल की बैठक होगी और सभी विधायक अगले मुख्यमंत्री का नाम तय करेंगे। जब एक पत्रकार ने इस्तीफा देने के कारण पूछा तो रावत ने कहा कि यह सामूहिक निर्णय होता है। इसके जवाब के लिए आपको दिल्ली जाना होगा।
अभी तक की सियासी हलचल
गौरतलब है कि बतौर पर्यवेक्षक भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह की मौजूदगी में शनिवार को बगैर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के देहरादून में प्रदेश भाजपा कोर ग्रुप की बैठक से शुरू हुई। इसके अलावा पार्टी नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को दिल्ली बुलाए जाने से भी अटकलें तेज हो गई कि मुख्यमंत्री से जल्द ही इस्तीफा दे सकते हैं। इससे पहले सोमवार के भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से मुलाकात की थी और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख व राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी के आवास पर जाकर उनसे भी भेंट की।
सूत्रों के मुताबिक मंगलवार शाम को दिल्ली में होने वाली भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में उत्तराखंड के सियासी उठापटक पर बड़ा फैसला हो सकता है।य़ नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच नए मुख्यमंत्री के रूप में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और सांसद अजय भट्ट के नाम आगे चल रहे हैं। हालांकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने सोमवार को फिर दोहराया कि सरकार में नेतृत्व परिवर्तन का कोई सवाल नहीं।
केंद्रीय नेतृत्व से मिलना चाहते हैं दिल्ली पहुंचे विधायक
इससे पहले दिल्ली में मौजूद भाजपा विधायक भी पार्टी आलाकमान से लगातार मिलने की कोशिश कर रहे हैं। एक दिन हले सोमवार को एक अहम घटनाक्रम यह भी रहा कि शाम लगभग 4 बजे देहरादून और राज्य के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद सभी मंत्रियों और विधायकों को दिल्ली बुला लिया गया। हालांकि बाद में सभी विधायकों को दिल्ली की बजाय मंगलवार को देहरादून पहुंचने को कहा है। देहरादून में मंगलवार शाम मुख्यमंत्री आवास पर विधान मंडल दल की बैठक होगी।