मप्र मे सोयाबीन 6000 रुपए किव्ंटल की मांग उठी, कांग्रेस नेता सरकार पर किसानों के साथ भेदभाव का लगा रहे आरोप
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 भोपाल।हमारा मध्य प्रदेश पूरे भारत मे सोयाबीन उत्पादन मे नम्बर वन है। इसके बाद भी प्रदेश के किसान परेशान है।
कांग्रेस नेताओ ने सोयाबींन के भाव न बढ़ाए जाने पर प्रदेश की मोहन सरकार पर भी किसानो से भेदभाव के आरोप लगाए साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी आड़े हाथ लिया है।
सोयाबीन के उत्पादन में देश में पहला स्थान हासिल किया है। जिससे प्रदेश को एक बार फिर से सोया प्रदेश का खिताब मिला है। सोयाबीन के उत्पादन में मध्य प्रदेश ने महाराष्ट्र और राजस्थान को पीछे छोड़ा है. लेकिन इस बीच प्रदेश में सोयाबीन के दाम बढ़ाने की मांग भी उठने लगी है।
6 हजार हो सोयाबीन का दाम – कॉंग्रेस
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘सोयाबीन उत्पादन में प्रदेश नंबर वन है, लेकिन यह उपलब्धि दिलाने वाला किसान फिर भी उपेक्षित है। वादे के बावजूद उसके लिए 6000 रुपए प्रति क्विंटल का एमएसपी नहीं है। मध्य प्रदेश में 5.47 मिलियन टन सोयाबीन उत्पादन हुआ है! ये देश की कुल सोयाबीन उत्पादन का 41.92 प्रतिशत है।
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी से पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी मध्य प्रदेस में सोयाबीन के दाम 6 हजार से 8 हजार रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग कर चुके हैं कि प्रदेश में किसानों के लिए सोयादाम 6 हजार रुपए तक किए जाए।
मध्य प्रदेश बना सोयाबीन उत्पादन मे नम्बर वन
मध्य प्रदेश महाराष्ट्र और राजस्थान को पीछे छोड़ते हुए सोयाबीन उत्पादन में पहले स्थान पर आया है. प्रदेश में 5.47 मिलियन टन सोयाबीन का उत्पादन हुआ है। देश के कुल सोयाबीन उत्पादन में एमपी फिलहाल 41.92 प्रतिशत योगदान दे रहा है. बता दें कि लंबे समय से मध्य प्रदेश में सोयाबीन का बंपर उत्पादन होता है।खरीफ की फसल उपयोगी मानी जाती है।इस बार भी प्रदेश में सोयाबीन की फसल का अच्छा उत्पादन हुआ है।