किसान आंदोलन के बहाने विपक्षी दल कर रहे हैं राजनीति, किसान आंदोलन में अलग पंजाब की मांग और खालिस्तान समर्थन में लग रहे नारे, वीडियो आये सामने –
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 दिल्ली : किसानों का आंदोलन गति पकड़ता जा रहा हैं | जहां एक ओर सरकार किसानों को दिल्ली में घुसने नही देना चाहती है, तो दूसरी ओर किसान भारी संख्या में दिल्ली मे जाने के लिए अडे़ हुए है। किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य समेंत अपनी अन्य मांगो को लेकर आंदोलन छेड़ रखा है। किसान संगठनों के आहवान पर देश भर के किसान दिल्ली पहुंचने की जुगत में लगे है तो राज्य सरकार की पुलिस ने किसान नेताओ की धर पकड़ कर उन्हे थानें में बिठाया है। किसान आंदोलन का बुधवार को दूसरा दिन है। पंजाब और हरियाणा बार्डर पर आज भी भारी हंगामा हो रहा है। मंगलवार को किसान जैसे ही शंभू बॉर्डर पर पहुंचे थें | कि हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस पर दोनो तरफ से विवाद हुआ। पुलिस ने किसानों को खदेड़ने के लिए अश्रु गैस के गोले भी छोड़े। इन सब के बीच करीब आधा सैकड़ा पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे है।
सरकार हर मुद्दे पर बात करने का तैयार है –
इधर सरकार के नुमाइंदो द्वारा यह बात कही जा रही है कि सरकार किसानों से हर मुद्दे पर बात करने को तैयार है। दोनो के मध्य में वार्ता शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए।किसानों के आंदोलन से आमजन को परेशानी न हो और आने-जाने वाले राहगीरो को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना नही करना पडे़। इधर दिल्ली में धारा 144 में लगा दी गई है। दिल्ली से लगी हरियाणा और उ.प्र. की सीमाओ को सील कर दिया गया है।
किसान और पुलिस के बीच झड़प –
शंभू और जींद के दातासिंह वाला बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों की बीच कई बार टकराव हुआ। पथराव कर रहे और बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे किसानों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन और रबड़ की गोलियां चलाईं। जींद में लाठियां बरसाई गईं। दोनों बॉर्डर पर हुए टकराव में लगभग 100 किसान व अंबाला के नारायणगढ़ के डीएसपी आदर्शदीप समेत पुलिस व अर्धसैनिक बलों के 27 जवान घायल हुए हैं। पंजाब-हरियाणा सीमा के 14 में से तीन एंट्री प्वांइट्स पर करीब 20 हजार किसान जमा हैं।
खालिस्तान के समर्थन में आवाज –
शंभू बॉर्डर पर आज भी भारी हंगामा हो सकता है। किसानों का कहना है कि उन्हें गलत तरीके से रोका जा रहा है। वहीं एक पक्ष आरोप लगा रहा है कि जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और पुलिस पर हमला कर रहे हैं, वे किसान नहीं है। प्रदर्शन के दौरान कुछ ऐसे भी वीडियो सामने आए, जो अलग पंजाब की मांग कर रहे हैं और खालिस्तान के समर्थन में आवाज उठा रहे हैं।
मोबाइल, इंटरनेट सेवाएं 15 फरवरी तक बंद –
हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क एसएमएस और सभी डोंगल सेवाएं 15 फरवरी तक बंद कर दी गई हैं।
किसान आंदोलन के बहाने राजनीति –
किसान आंदोलन के बहाने लोगो ने अपनी राजनीति रोटियां भी सेकनी शुरु कर दी है। किसान आंदोलन की आढ़ में विपक्षी दलों के मूंह भी खुलने शुरु हो गए है। कुछ नेताओ ने किसानों से हमदर्दी दिखाते हुए किसानों के पक्ष में सुर साधना शुरु कर दिया है। किसानों की आढ़ में सरकार को घेरने की कोशिश की जा रही है।पंजाब से शिरोमणी अकाली दल प्रमुख,आम आदमी सरकार से केजरीवाल,मप्र से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, बसपा सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी द्वारा किसानों के पक्ष में बात कही जा रही है।किसानों की मांग को जायज बता रहे है।
________________________________
यह भी पढ़े –
- PMKVY 2024: के अंतर्गत फ्री में ट्रेनिंग एवं सर्टिफिकेट पाने का सुनहरा मौका, ऐसे करें आवेदन जमा
- Manrega Yojana 2024: अब मनरेगा में मजदूरों को मिल रहा घर बैठे रोजगार, और मजदूरी का पैसा भी सीधे खातें में, जाने
- किसान क्रेडिट कार्ड वालों के लिए खुशखबरी, अब किसानों को मिलेंगे 3 लाख रुपए, देखे पूरी जानकारी
- सरकार ने जारी की ई-श्रम कार्ड वालों के लिए नई खुशखबरी, अब सबको मिलेंगे 2 लाख रुपए, देखें पूरी जानकारी
- विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत ऐसे करो आवदेन, मिलेगा ₹3 लाख का लाभ