हरदा / ग्राम केलनपुर में शनिवार को कृषि सुधार विस्तार कार्यक्रम के अतंर्गत कृषक खेत पाठशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में किसानों को रबी फसल गेहू, चना एवं मक्का की सम सामयिकी जानकारी के साथ ही कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के डॉ. मुकेश बंकोलिया, सहायक तकनीकी प्रबंधक अनिल कुमार मलगाया एवं कृषि विस्तार अधिकारी जितेन्द्र मंडलोई उपस्थित रहे।
उप संचालक कृषि विकास एवं किसान कल्याण श्री संजय यादव ने बताया कि जिले में कृषि वैज्ञानिक एवं कृषि प्रसार कार्यकर्ता द्वारा लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर किसानों को समसामायिक सलाह दी गई है। उन्होने बताया कि वर्तमान में रबी फसलों में आगामी 2 से 3 दिवस तक वर्षा होना संभावित है, जो की फसलों के लिए अमृतरुपी है। उन्होने किसान भाइयो से अपील की है कि जहां पर सिंचाई की जा रही है, वे किसान भाई सिंचाई को रोक दें। जहाँ पर वर्षा ज्यादा हुई है, वहां पर जल निकासी की व्यवस्था करे तथा फसलो की निगरानी रखें।
उप संचालक श्री यादव ने किसानों को सलाह दी है कि वर्तमान में मौसम की प्रतिकूल परिस्थिति में चना फसल में उकठा रोग के लक्षण दिखाई देने पर फंफूद नाशक दवाई टेबुकोनाजॉल $ सल्फर 400 ग्राम प्रति एकड़ अथवा टेबुकोनाजॉल $ ट्राइफ्लोक्सीस्ट्रोबीन 100 मि.ली. प्रति एकड़ अथवा थायोफिनेट मिथाइल $ मेंकोजेब पूर्व मिश्रित फंफूदनाशक 250 ग्राम प्रति एकड़ दवाई का 100-125 लीटर पानी में पावर पंप द्वारा छिड़काव करें।
गेहूं फसल में जड़ माहू कीट का प्रकोप कही-कही देखने को मिल रहा है। सर्वप्रथम कीट की पहचान के लिये जो पौधे पीले पड़ रहे है, उन्हे जड़ सहित उखाड़कर सफेद कागज या सफेद गमछे पर झटक कर देखे तथा भूरे रंग के बारिक बारिक कीट चलते हुए दिखाई देने पर क्लोरो पायरी फॉस 20 प्रतिशत ई.सी. 2 लीटर बालू रेत में मिलाकर खेत में भुरकाव करें अथवा दानेदार दवाई क्लोरो पायरी फॉस, 4 से 6 किलोग्राम प्रति एकड़ भुरकाव पश्चात सिंचाई करें
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