मुझे दायित्व मिला है निर्वहन करूंगा – पूर्व मंत्री कमल पटेल
हरदा: हरदा विधानसभा क्षेत्र से 5 बार विधायक रहे, म.प्र. शासन में केबिनेट मंत्री रहे कमल पटेल को जिले में सांसद प्रतिनिधि के रूप में नियुक्ति को लेकर राजनीतिक हल्के में चर्चाएं चल रही है।
वैसे सांसद प्रतिनिधि बनने के बाद विपक्ष को एक मुद्दा मिल गया। वही शहर में बीते कल सांसद प्रतिनिधि की नियुक्ति चर्चा के दौर चलते रहे।
इस नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए आज जारी प्रेस विज्ञप्ति में जिला कांग्रेस प्रवक्ता आदित्य गार्गव ने कहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले अपने आप को म.प्र. का भावी मुख्यमंत्री बताने वाले कमल पटेल की सांसद प्रतिनिधि के रूप में नियुक्ति प्रोटोकॉल में ग्राम पंचायत के पंच पद से भी नीचे है।
आदित्य गार्गव ने यह भी कहा कि जिस व्यक्ति को विधानसभा चुनाव में क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा नकार दिया गया है, वह सांसद प्रतिनिधि के रूप में पिछले दरवाजे से सत्ता में हिस्सेदारी प्राप्त करने का दुष्प्रयास कर रहा है। पटेल के इस पद को स्वीकार करने से उनकी पद लोलुपता साफ-साफ झलकती है।
जिला कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी कहा है कि इस नियुक्ति से यह प्रतीत होता है कि भारतीय जनता पार्टी में योग्य कार्यकर्ताओं का अभाव है या कमल पटेल केन्द्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद डी.डी. उईके पर दबाव डालकर भाजपा में नया नेतृत्व उभरने नहीं दे रहे हैं। गार्गव ने कमल पटेल की इस नियुक्ति पर व्यंग करते हुए कहा है कि पटेल के लिए ये नियुक्ति एम.ए. मेरिट लिस्ट में पास होने के बाद फिर से मिडिल स्कूल में एडमिशन लेने जैसी है।
वही पूर्व मंत्री कमल पटेल ने सांसद प्रतिनिधि के रूप में मिली नियुक्ति को दायित्व बताया उन्होंने मीडिया को दिए बयान में कहा कि मैं पार्टी का एक कार्यकर्ता हूं। जो दायित्व मिलेगा। उसका निर्वहन कर क्षेत्र की समस्याओं और शासन की योजनाओं का आम आदमी को लाभ दिलाने की बात कही है।