हरदा : न०पा० सी.एम.ओ. द्वारा ठेकेदार की सांठ-गांठ से नकली विद्युत सामग्री खरीद कर लाखो का भ्रष्टाचार किया जा रहा: अमर रोचलानी नेता प्रतिपक्ष, कलेक्टर को की शिकायत !
हरदा : मंगलवार को नपा नेता प्रतिपक्ष अमर रोचलानी ने जिला जनसुनवाई में एक लिखित शिकायत आवेदन देते हुए नपा हरदा में किए जा रहे लाखो रूपये के गोलमाल से अवगत कराया। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि विद्युत सामग्री खरीदी में न०पा० सीएमओ एवं अन्य अधिकारी द्वारा समतुल्य कंपनी की आड़ में ठेकेदार से सांठ-गांठ कर नकली सामान पिछले 2 साल से क्रय किया गया है। जिसमें लगभग 50 लाख रुपए की खरीदी पिछले 2 वर्ष में की गई है जिसका टेण्डर नंबर 18153-1 वर्ष 2022-23 एवं टेण्डर नंबर 269499-1 वर्ष 2023-24 से खरीदी की गई है, वह इस साल भी 25 लाख रुपए की सामग्री खरीदने की तैयारी में है। अमर रोचलानी ने अपने हाथों से खरीदे गए इलेक्ट्रिकल्स सामान भी दिखाए। वही इस खरीदी कार्य की जांच दोषी अधिकारी पर कार्यवाही की मांग की है। इस दौरान हरदा विधायक डॉक्टर आर के दोगने, जनपद उपाध्यक्ष गौरी शर्मा पार्षद हयात खान, पार्षद माइकल भी मौजूद थे।
क्या है शिकायत।
श्रीमान कलेक्टर महोदय,
हरदा, जिला-हरदा (म.प्र.)विषय :- न०पा० सी.एम.ओ. द्वारा ठेकेदार से सांठ-गांठ कर नकली विद्युत सामग्री खरीद कर किए गए भ्रष्टाचार के संबंध में शिकायत ।
महोदय,
विषयान्तर्गत निवेदन है कि नगर पालिका परिषद द्वारा टेण्डर में दी गई कंपनी का सामान नहीं खरीद कर नकली सामान लोकल कंपनी का खरीदा जा रहा है एवं लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किया जा रहा है। विद्युत सामग्री सप्लाई की निविदा के ई-टेण्डर में स्पष्ट रूप से लिखा है, नगर पालिका परिषद को दी जाने वाली विद्युत सप्लाई सामग्री में बजाज, फिलिप्स, हैवेल्स, कॉम्पटन एवं समतुल्य कंपनी लिखा है, समतुल्य कंपनी का अर्थ है, कि इन कंपनियों के बराबर की क्वालिटी वाली कंपनी जैसे सूर्या, पॉलिकेब, बी-गार्ड, फिनोलेक्स, ओरिएंट, एंकर, HBL जैसी बड़ी कंपनियों है, लेकिन न०पा० सीएमओ एवं अन्य अधिकारी द्वारा समतुल्य कंपनी की आड़ में ठेकेदार से सांठ-गांठ कर नकली सामान पिछले 2 साल से क्रय गया है, जिसमें लगभग 50 लाख रुपए की खरीदी पिछले 2 वर्ष में की गई है जिसका टेण्डर नंबर 18153-1 वर्ष 2022-23 एवं टेण्डर नंबर 269499-1 वर्ष 2023-24 से खरीदी की गई है, वह इस साल भी 25 लाख रुपए की सामग्री खरीदने की तैयारी में है।
(1) सवाल यह है, कि जब टेण्डर में जिन कंपनियों का उल्लेख किया गया है, उस कंपनी की सामग्री का कार्यादेश नहीं लिखकर पिछले 2 साल से न०पा० द्वारा नकली सामान क्यों खरीदा जा रहा है? जबकि दोनों के रेट में 3 से 4 गुना के रेट का फर्क होता है, जिससे लाखों रुपए का परिषद को नुकसान पहुँचाया जा रहा है।(2) न०पा० सीएमओ और ठेकेदार की मिलीभगत के चलते इन नकली कंपनियों के सामान खरीदने से न०पा० को अन्य नुकसान भी होते हैं, जैसे- नकली सामग्री बार-बार खराब हो जाती हैं, जिससे न०पा० कर्मचारियों को बार-बार उन्हें सुधारने जाना पड़ता है, जिसमें जो खर्च होता है, उसे भी न०पा० को वहन करना पड़ता है, खम्बों पर लगी लाइटें सुधारने वाली गाड़ी का मैंटेनेंस, डीजल का भी खर्चा, अतिरिक्त कर्मचारियों का खर्चा न०पा० को उठाना पड़ता है।
इस संबंध में पूर्व में शिकायत करने पर तत्कालीन कलेक्टर महोदय द्वारा इन सभी सामग्रियों की गुणवत्ता की जाँच कराई गई थी, जिसमें ये भी सामग्रियों का गुणवत्ताहीन होना पाया गया था, जिस पर तत्कालीन सीएमओ श्री ज्ञानेन्द्र यादव को कंपनी को ब्लेक लिस्टेड करने की कार्यवाही के लिए कहा गया था, किन्तु साठ-गांठ होने के कारण उनके द्वारा ब्लेक लिस्टेड की कार्यवाही नहीं की गई।
अतः श्रीमान से निवेदन है कि नगर पालिका द्वारा खरीदी जाने वाली विद्युत सामग्री की जाँच कर नगर पालिका द्वारा ठेकेदार से सांठ-गांठ कर जो लाखों का भ्रष्टाचार किया जा रहा है, उसकी जाँच गुणवत्ता विशेषज्ञ से कराई जाने के आदेश प्रदान करने की कृपा करें।
भवदीय
अमर रोचलानी