मकड़ाई एक्सप्रेस 24 जम्मू : प्रदेश के कठूआ जिले मे सोमवार को सेना के पैट्रोल वाहन आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हुए हैं। चिंता का विषय है कि जम्मू मे फिर उबाल क्यू रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों की शहादत पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन चल रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में तीन दिनों में आतंकवादी हमलों में मारे गए सुरक्षा कर्मियों की संख्या सात हो गई।एक महीने मे सातवीं बार जम्मू को निशाना बनाया है।
आखिर कठुआ में आतंकी हमला किसने किया –
जो रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमला सोमवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे लोहाई मल्हार में बदनोटा के पास मचेड़ी -किंडली-मल्हार रोड पर हुआ. यह जगह कठुआ जिला मुख्यालय से करीब 120 किलोमीटर और जम्मू शहर से 230 किलोमीटर दूर है. रूटीन गश्त पर निकले सेना के वाहन को निशाना बनाया गया. आतंकियों ने ग्रेनेड्स और गोलियों की बौछार कर दी. हमले के बाद आतंकी पास के जंगलों में फरार हो गए. उनकी तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चल रहा है. इस हमले में कुल पांच जवान शहीद हुए। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद के ऑफ-शूट आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है। आतंकियों द्वारा हमले में अमेरिकी असॉल्ट राइफल M4 का इस्तेमाल करने का दावा किया गया है. सूत्रों के मुताबिक, इस हमले को पाकिस्तानी आतंकियों ने अंजाम दिया है। सोमवार को जहां हमला हुआ, वह इलाका कठुआ शहर से करीब 150 किलोमीटर दूर मचेड़ी और लोहाई मल्हार के बीच में आता है. मचेड़ी में पहले से ही सुरक्षा बलों का एक बेस था क्योंकि यह इलाका 1990 में आतंकवाद का गढ़ था। पिछले एक महीने में जम्मू के भीतर यह सातवां आतंकी हमला है। सोमवार को कठुआ में सेना के ट्रक पर हुए हमले में पांच की शहादत के बाद, जम्मू-कश्मीर में तीन दिनों में आतंकवादी हमलों में मरने वाले सुरक्षाकर्मियों की संख्या सात हो गई है। क्यों हो रहे आतंक हमले J&K में हिंसा बढ़ने के पीछे एक बड़ी वजह बॉर्डर पार आतंकियों की रहस्यमयी हत्याओं को माना जा रहा है. पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (POK) में पिछले कुछ महीनों के भीतर 21 कश्मीरी आतंकियों की रहस्यमय ढंग से हत्या हुई है, इनमें रिटायर्ड पाकिस्तानी सेना ब्रिगेडियर और प्रमुख आईएसआई कार्यकर्ता आमिर हमजा की हत्या भी शामिल है।