Harda:पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर हरदा में एमडी के नशे को लेकर जागरूक नागरिक प्रतिदिन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते रहे हैं । लेकिन प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए । जनचर्चा में शहर के धनाढ्य परिवार के कुलदीपकों के सफेद पावडर से सम्बंध को लेकर भारी चर्चाएं होती रही हैं। अब जिस बात की चर्चा आम हो और इस अव्यवस्था पे जिम्मेदार आंखों पर पट्टी बांध मूक हो जाएं तो जनता अपनी पीड़ा लेकर किधर जाए।
आज कलेक्टर, एसपी बंगले के नजदीक गोली चलने की घटना ने आचार संहिता में अवैध हथियार की सहज उपलब्धता को लेकर व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भाजपा नेता परिवार का पुत्र बिना किसी भय के जब अपनी लगझरी काली फ़िल्म चढ़ी गाड़ी से फोन पर युवकों को धमकी देकर उनतक पहुंचता है तो ये भाईलोग स्टाइल फ़िल्म का सीन जैसा लगता है। धमकी देना, गोली चला देना ये अवस्था ये बताती है कि धन धुएं के बीच युवा वर्ग का दिमाग से नियंत्रण बिल्कुल खत्म हो चुका है।
यदि सोचने समझने की शक्ति के आधार पर बात की जाय तो परिणाम को सोचकर कोई भी ऐसी घटना को अंजाम न दे।
यहां जनचर्चा के अनुसार परिवार की शह और मोह किसी अपराध होने पर पर जल्द से जल्द जैसे तैसे मामले को निपटाने की चतुराई चालाकी धीरे धीरे वारिसों को भयमुक्त करती जाती है। जिसके दूरगामी परिणाम अप्रिय होते हैं।
माननीय न्यायालय के काली फ़िल्म को हटाने को लेकर दिए निर्देश पर पुलिसिया व्यवस्था के ढंग देखिए। शहर में दिन भर व रात में काली फ़िल्म ओढ़े लगझरी वाहन सरेआम घूमते पर क्या मजाल है यातायात विभाग को दिख जाए। मोटर साईकल की रसीद काटने में व्यस्त व्यवस्था को टारगेट के चक्कर मे अब काली फ़िल्म न दिखे तो इसे नजर का दोष ही कह सकते हैं।
इसकी बानगी देखिए , आज गोली चलने वाले मामले में आरोपी की गाड़ी काली फ़िल्म से सुसज्जित है। यह गाड़ी आज ही तो नहीं खरीदी गई। पूरे शहर में , फोरलेन पर देर रात मंडराने वाले काली फ़िल्म के बहुतेरे वाहन सिर्फ पुलिस को नहीं दिखते ये हैरतअंगेज है।
जनचर्चाओं के बीच, जनहित के इन मुद्दों पर मकड़ाई एक्सप्रेस स्थानीय प्रशासन के आलाधिकारियों से अपील करता है कि पूज्य महात्मा गांधी द्वारा हृदय नगरी नाम से संबोधित हरदा को हृदय रोग से पीड़ित होने से कृपया बचाइए।
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