बाजार हो रहा है गुलजार शुभ मुहुुुर्त में दिन भर होगी खरीददारी
मकड़ाई समाचार हरदा। बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार है दशहरा। भगवान राम के द्वारा आज ही के दिन रावण का वध किया था रावण को बुराई का प्रतीक माना गया है। इसी दिन नवरात्रि का पर्व भी पूर्ण होता है। दशहरे के दिन सभी लोगोे द्वारा अनेक कार्य प्रारंभ किए जाते है। आज का दिन बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है अगर किसी भी प्रकार के ज्वैलरी, वाहन, भूमि और सौदा करना है तो इस दिन पर किए जा सकते है। दशहरे का दिन साढ़े तीन अबूझ मुहूर्त में से एक माना जाता है, इसलिए पूरा दिन शुभ होता है। विजयादशमी पर हो रहे इन ग्रहों के गोचर का प्रभाव मत्स्य क्षेत्र सहित देश के पूर्वाेत्तर राज्यों में अपना प्रभाव दिखाएगा, जिसे हितकारी नहीं माना जा रहा है।
दशहरे का दिन साढ़े तीन अबूझ मुहूर्त में से एक माना जाता है, इसलिए पूरा दिन शुभ होता है। इस दिन आप शुभ कार्य कर सकते हैं।
– रवि योग: सुबह 06.30 से 09.15 बजे तक
– सुकर्मा योग: 04 अक्टूबर को सुबह 11:23 से 05 अक्टूबर को सुबह 08:21 बजे तक।
– धृति योग: दशहरे की सुबह 08.21 बजे से अगले दिन सुबह 05.18 बजे तक।
– दशहरे के दिन राहु काल दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 01:30 बजे तक है। इस दौरान दशहरा की पूजा करना वर्जित है।
दशहरे के दिन प्रातः काल लोग उठकर नीलकंठ पक्षी के दर्शन करने को जंगलो की ओर जाते है। इसके साथ ही शमीपत्र आदि लेकर भी आते है। दशहरे को शक्ति का पर्व भी माना जाता है।इस दिन लोग अपने घरों शस्त्रों का पूजन भी करते है। शस्त्र पूजन एक प्राचीन परंपरा जो आज भी निभाई जाती है।