भारतीय संस्कृति एवं धर्म ग्रंथों से स्वैच्छिक सेवा की सीख मिलती है प्राचार्य गणेश प्रसाद दावरे –
खंडवा : मध्य प्रदेश राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग द्वारा मंगलवार दिनांक 5 दिसंबर 2023 को नीलकंठेश्वर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय खंडवा में विश्व स्वैच्छिक सेवा दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।श्री नीलकठेश्वर महा विद्यालय खंडवा के प्राचार्य गणेश प्रसाद दावरे ने कहा
प्राचीन काल से ही भारत वासी वसुधैव कुटुंबकम् की भावना के साथ विश्व कल्याण के लिए स्वैच्छिक सेवा करते आए हैं। आधुनिक युग में भी भारतीय लोग दुनिया भर में स्वैच्छिक सेवा कर रहे हैं।कोरोना काल में भी यह देखने को मिला है।प्रोफेसर एस पी सिंग ने कहा कि हमारे धर्म ग्रंथों एवं संस्कृति में ही स्वैच्छिक सेवा करने हेतु प्रेरित करने वाली बातें लिखी हुई। महापुरुषों के जीवन से हमें स्वैच्छिक सेवा करने की प्रेरणा मिलती है। युवाओं को स्वैच्छिक सेवा हेतु स्व प्रेरणा से आगे आना चाहिए।इस अवसर पर विद्यार्थियों में सुमित गोलकर,आशीष गार्गव,हर्षप्रित टूटेगा, प्रिती सेन, स्मिता सैनी, आकाश साकरे, कपिल कासडे, सुभाष निगवाल, आदि ने भी अपने विचार रखे। मध्य प्रदेश राज्य आनंद संस्थान के मास्टर ट्रेनर नारायण फरकले ने राज्य आनंद संस्थान का परिचय दिया। आनंद विभाग के जिला संपर्क व्यक्ति एवं मास्टर ट्रेनर गणेश कानड़े ने भी अपने विचार रखे, आनंदम सहयोगी मनीषा पाटिल ने अपने जीवन में की गई स्वैच्छिक सेवा की बात कही। डेविड मेडम ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि हर व्यक्ति को प्रकृति से स्वैच्छिक सेवा करने की सीख लेना चाहिेए।
इस अवसर पर प्रोफेसर दिलावर सोनरिश, प्रो,अनिल चारोले, प्रो,के के डेविड, प्रो,जोहरी मेडम,प्रो शर्मिला मीना, सहित 150 विद्यार्थी उपस्थित थे।