खातेगांव मंडी अनिश्चितकालीन के लिए बंद : हम्मालों के अचानक हड़ताल पर चले जाने से उपज बेचने आए किसान निराश लोटे,
हम्माल ठेकेदार दीपक तथा हरिसिंह गुर्जर की अनुज्ञप्ति पत्र 14 दिवस के लिये निलंबित
अनिल उपाध्याय खातेगांव
खातेगांव कृषि उपज मंडी के हम्मालो द्वारा पाला कटाई की मजदूरी बडाई जाने को लेकर की गई हड़ताल का खामियाजा दूर दराज क्षेत्र से गेहूं सोयाबीन आदि जींस बेचने मंडी आए किसानों को
उठाना पड़ा मंडी समिति द्वारा लाउडस्पीकर के माध्यम से हम्मालो को काम पर लौटने के लिए बार-बार आग्रह किया गया ।लेकिन उनके काम पर नहीं लौटने के कारण हम्माल ठेकेदार दीपक तथा हरिसिंह गुर्जर की अनुज्ञप्ति पत्र 14 दिवस के लिये निलंबित कर मंडी को अनिश्चितकालीन के लिए बंद करना पड़ा। जिसके चलते किसानो को निराश होकर वापस अपने-अपने घर लौटना पड़ा,
खातेगांव कृषि उपज मंडी के सचिव रघुनाथ सिंह लोहिया ने बताया कि
सोमवार को प्रतिदिन की भाँति क्षेत्र के कृषक अपनी कृषि उपज मण्डी प्रांगण खातेगांव में विक्रय हेतु लेकर आये थे। मण्डी के अनुज्ञप्तिधारी हम्मालों द्वारा बिना पूर्व सूचना के नियम विरूध्द जाकर हड़ताल कर दी गई। उनकी मांग थी कि व्यापारियों द्वारा क्रय की गई उपज के पाला कटाई कार्य के पारिश्रमिक में 40 पैसे की और वृध्दि की जाए। जबकि नियमानुसार 3 वर्ष में हम्माली एवं तुलाई दरो में वृध्दि करने संबंधी आदेश दिनांक 24 जून 2024 को ही जारी किये जा चुके है जिसके आधार पर हम्मालों को हम्माली कार्य में औसतन् 12 प्रतिशत वृध्दि का लाभ प्राप्त हो चुका है।
इसके पश्चात भी हम्मालो द्वारा पारिश्रमिक दर में और वृध्दि की मांग की जा रही है जो कि पूर्णतः नियम विरूध्द होकर मण्डी अधिनियम के प्रावधानों के विपरित है। मण्डी सचिव रघुनाथ सिंह लोहिया तथा विधायक प्रतिनिधि पुरुषोत्तम व्यास द्वारा सुबह से ही लगातार हम्मालों से बात कर समझाईश दी जा रही थी और यह भी कहा गया की उनकी उक्त मांग पर व्यापारियों से चर्चा कर उन्हे अवगत कराया जावेगा।
परंतु हम्मालों द्वारा अपनी अवैधानिक मांग को मनवाने के लिये हड़ताल की गई जिस कारण कृषकों को अपनी उपज बिना विक्रय किये वापस ले जानी पड़ी। व्यापारियों से चर्चा में उनके द्वारा बताया गया कि हम्मालों की इस हड़ताल का वे सभी विरोध करते है तथा निर्धारित दर पर हम्माली कार्य हो तथा कृषकों को किसी भी प्रकार की असुविधा नही होना चाहिए।
तुलावटीयो द्वारा भी हम्मालों की हड़ताल का समर्थन नही किया गया ।हम्मालों की हठधर्मिता के कारण कृषकों को असुविधा का सामना करना पड़ा जिस कारण मण्डी समिति द्वारा त्वरित एवं सख्त कार्यवाही करते हुये हम्माल ठेकेदार दीपक पिता रामोतार तथा हरिसिंह गुर्जर की अनुज्ञप्ति प्रभावशील उपविधि 2000 यथा संशोधित 2019 की कण्डिका 19 (क) का उल्लंघन किये जाने से 14 दिवस के लिये निलंबित की गई है। यदि हम्माल कार्य पर नहीं लौटते है तो मण्डी समिति द्वारा नियमानुसार आगे भी सख्त कार्यवाही की जावेगी।
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