कृषि सखी योजना : भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देशभर की महिलाओं के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है, जिसका नाम ‘कृषि सखी योजना’ रखा गया है। इस योजना का उद्देश्य 3 करोड़ महिलाओं को लखपति बनाना है। योजना के तहत, सरकार महिलाओं को कृषि क्षेत्र में शामिल कर सालाना 60 से 80 हजार रुपये की आमदनी कमाने योग्य बनाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के बाद देशभर की महिलाओं के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को शुरू करने पर विचार किया है। इनमें से एक ‘कृषि सखी योजना’ है, जिसे शिवराज सिंह चौहान ने शुरू किया है। इस लेख में हम आपको इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। योजना के तहत महिलाएं किस प्रकार लाभ प्राप्त कर सकती हैं, जानने के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
महिलाओं को मिलेंगे ₹1000
कृषि सखी योजना क्या है ?
महिलाओं के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। नरेंद्र मोदी के पिछले कार्यकाल में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। अब, मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में इस लक्ष्य को बढ़ावा दिया जा रहा है।
15 जून को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस वार्ता में देश की महिलाओं को संबोधित करते हुए कृषि सखी योजना की जानकारी दी। इस योजना के तहत सरकार महिलाओं को कृषि क्षेत्र में आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करेगी, जिससे वे अपने क्षेत्र के किसानों की मदद कर सकें और सालाना 60,000 से 80,000 रुपये की आमदनी कमा सकें।
भारत सरकार की कृषि सखी योजना लखपति दीदी योजना का ही एक विस्तार है। इस योजना में महिलाओं को कृषि क्षेत्र से जुड़े विभिन्न कार्यों जैसे ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे किसानों की मदद के साथ-साथ अच्छी आमदनी भी कमा सकें।
12 राज्यों में शुरू हुई कृषि सखी योजना –
कृषि सखी योजना को फिलहाल केवल 12 राज्यों में शुरू किया गया है। ये राज्य हैं: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, उड़ीसा, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, मेघालय और झारखंड।
सरकार देगी राज्य की बेटियों को ₹50000
किसानों को मिलेगी सहायता –
कृषि सखी योजना के माध्यम से सरकार महिलाओं को कृषि क्षेत्र से जुड़े कार्यों के लिए प्रशिक्षण देगी। इस प्रशिक्षण के बाद महिलाएं अपने क्षेत्र के किसानों की मदद कर सकेंगी। इस योजना से किसानों को निम्नलिखित प्रकार से लाभ होगा।
1. प्रशिक्षित महिलाएं अपने क्षेत्र के किसानों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान कर सकेंगी।
2. महिलाएं किसानों को विभिन्न कृषि पद्धतियों के बारे में जानकारी और प्रशिक्षण दे सकेंगी।
3. महिलाएं किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याओं का समाधान निकाल सकेंगी।
4. महिलाएं किसान उत्पादक संगठन (FPO) की निगरानी कर सकेंगी।
5. महिलाएं किसानों को मार्केटिंग से जुड़ी जानकारी प्रदान कर उन्हें बाजार से जोड़ने में मदद करेंगी।
भारत सरकार द्वारा कृषि सखी योजना के तहत महिलाओं को इन गतिविधियों के लिए हर साल 4500 रुपये संसाधन शुल्क के रूप में दिया जाएगा। इस योजना के तहत महिलाओं को 56 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें वे कृषि क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न पद्धतियों का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी और अपने क्षेत्र के किसानों की मदद कर अच्छी आमदनी कमा सकेंगी।