उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में डॉक्टर अंबेडकर विद्यार्थी संगठन और और अजाक्स से जुड़ी महिलाओं ने कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा द्वारा भारतीय संविधान बदलने की बात कहने पर विरोध जताया और पं. मिश्रा के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज करने की मांग की। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कंट्रोल रूम के सामने पंडित मिश्रा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनका पुतला जलाया। पुलिस कंट्रोल रूम के सामने पुलता जलाते हुए संगठन के लोगों ने पुलिस अधिकारियों को एक ज्ञापन भी सौंपा।
ज्ञात हो, कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अपनी कथा के दौरान भारतीय संविधान को बदलने की बात कही थी। इसी के विरोध में डॉक्टर अंबेडकर विद्यार्थी संगठन ने आज उज्जैन पुलिस कंट्रोल रूम के सामने पंडित मिश्रा का पुतला जलाया। संगठन के धर्मेंद्र सोलंकी ने कहा कि पं प्रदीप मिश्रा द्वारा भारतीय संविधान को बदलने की बात कही है, उसको लेकर डॉक्टर अंबेडकर विद्यार्थी संगठन द्वारा पूरे भारतवर्ष में उनका विरोध किया जा रहा है, इसी कड़ी में आज हम लोगों द्वारा यहां उज्जैन में उनका पुतला दहन किया गया है।
धर्मेंद्र सोलंकी ने कहा कि संविधान विरोधी मानसिकता रखने वाले पं. प्रदीप मिश्रा के विरुद्ध द्वेषता, अशांति, नफरत फैलाने और राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज किया जाना चाहिए। साथ ही पं. मिश्रा के कार्यक्रमों पर अंकुश लगाया जाए। उन्होंने पं. प्रदीप मिश्रा पर अवैध तरीके से प्रॉपर्टी अर्जित करने का आरोप लगाते हुए आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) से जांच कराने की मांग भी की।
हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाने की दी चेतावनी
उन्होंने बताया कि उज्जैन एसपी के नाम एक ज्ञापन दिया है, जिसमें हमने पं. प्रदीप मिश्रा पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की है। धर्मेंद्र सोलंकी ने तैश में आकर चेतावनी दी है कि यदि देशद्रोह का मामला दर्ज नहीं किया गया तो देश में 5 मई को लाखों की संख्या में अंबेडकर अनुयायी धर्म परिवर्तन कर लेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि हम लोगों को हिंदू के नाम पर प्रताड़ित किया जाता है, इसलिए हम लोग 5 मई को लाखों की संख्या में बौद्ध धर्म अपनाने जा रहे हैं और जहां भी पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा होगी, वहां हमारे द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
साभार@delhi buletin