मकड़ाई एक्सप्रेस 24 मुरैना। रविवार की सुबह नेशनल हाईवे सिकरौदा नहर के पास अवैध रुप से रेत की ढुलाई कर ट्रैक्टर.ट्राली ने बाइक सवार शिक्षक घनश्याम सिंह सिकरवार निवासी खाण्डौली को जोरदार टक्कर मार कुचल दिया था। घटना में शिक्षक सिकरवार की दर्दनाक मौत हो गई।
उनके साथ बाइक पर पीछे बैठे शिक्षक के पिता रामजीलाल सिकरवार भी गंभीर घायल हो गए थे।इस घटना के विरोध में रेत माफिया के खिलाफ आमजन का आक्रोश मंगलवार को नजर आया। जहां सैंकडो की संख्या में क्षत्रिय महासभा के लोगो ने रैली निकालकर पहले कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया।इसके बाद हाईवे पर विरोध प्रदर्शन करते हुए रेत माफिया के खिलाफ नारेबाजी कर सरकार से इन पर अंकुश लगाने की मांग की।
ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग नही तो होगा उग्र आंदोलन
क्षत्रिय महासभा ने सात सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर आठ दिन में उचित कार्रवाई की मांग की। जानकारी हो कि शिक्षक सिकरवार की दुर्घटना में हुई मौत के बाद से जिले का क्षत्रिय समाज आक्रोशित हो उठा है। मंगलवार की सुबह सैकड़ों लोग बैरियर स्थित रेस्ट हाउस के मैदान में जुटे यहां से रैली की शक्ल में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां रैली को देख प्रवेश द्वार को बंद कर दिया गया। इससे नाराज कई युवा हाईवे पर जा पहंुचे जहां भी प्रदर्शन किया। हाईवे पर जाम लग गया जिसे पुलिस अधिकारियों ने समझाईश देकर हटवाया।
क्षत्रिय महासभा ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला पंचायत सीईओ डा. इच्छित गढ़पाले को सौंपा।
. 1 रेत माफिया के वाहन से अब तक जितने लोगों की जान गई है। मृतकों के परिवार को 50-50 लाख रुपये आर्थिक सहायता दी जाए और हादसे के दोषी पर धारा 304 के तहत केस दर्ज किया जाए।
.2 राजनीतिक संरक्षण में अवैध रेत का धंधा हो रहा है,
3 डी एफओ के बंगले व दफ्तर के पीछे अवैध रेत का कारोबार चल रहा है उस पर भी डीएफओ कार्रवाई नहीं कर पा रहे। इसलिए डीएफओ पर कार्रवाई की जाए।
4 अवैध पत्थर का काराेबार खनिज अधिकारी के संरक्षण में हो रहा है। इसलिए खनिज अधिकारी पर भी सख्त कार्रवाई हो।
.5 राजघाट से देवरी तक हाईवे किनारे अतिक्रमण कर अवैध डीजल, पेट्रोल व शराब बेचने के लिए गुमठियां रखी हैं, इनका अतिक्रमण हटाया जाए और दोषियाें पर सख्त कार्रवाई हो।
.6 सिकरौदा नहर के पास नहर की जमीन पर अतिक्रमण कर कई दबंगों ने मकान, दुकान, होटल बना लिए हैं, इनका अतिक्रमण जमींदोज किया जाए।
. 7 बिना नंबर के ट्रैक्टर.ट्राली के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई हो, हर ट्रैक्टर.ट्राली पर रजिस्ट्रेशन नंबर हो, जिससे हादसे के बाद कार्रवाई के लिए ऐसे वाहन की पहचान हो सके।