मकड़ाई समाचार मुरैना। दो समाजों के बीच उपजे तनाव के चलते पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के अलर्ट रहने के बाद भी शुक्रवार की सुबह बानमोर में उपद्रवियों द्वारा दो बस और एक लोडिंग वाहन के कांच फोड़े गए हैं। गुरुवार को राजपूत समाज की रैली के दौरान गुर्जर समाज के आराध्य के पोस्टर फाडऩे को लेकर आक्रोशित गुर्जर समाज ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया और उसके कुछ देर बाद ही बसों के कांच फोडऩे का सिलसिला शुरू हो गया जो अभी तक चला आ रहा है।
हालांकि तनाव को देखते हुए कलेक्टर ने दोपहर में जिले भर में धारा १४४ लगा दी है और पुलिस अधिकारियों ने भी सख्त निर्देश दिए हैं कि कहीं भी कोई भीड़ व रैली, सभा नहीं होनी चाहिए। यहां बता दें कि सम्राट मिहिर भोज पर राजपूत व गुर्जर समाज अलग अलग दावा पेश कर रहे हैं। इसको लेकर पिछले कुछ दिनों से ग्वालियर में विवाद चल रहा था। उसको लेकर मुरैना जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन कतई गंभीर नहीं हुआ। अगर पड़ोसी जिले में हो रहे उपद्रव पर संज्ञान लिया जाता तो आज मुरैना में तनाव की स्थिति निर्मित नहीं होती।
प्रशासन व पुलिस के मुखिया जिले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं हैं। राजपूत समाज ने रैली निकाली, पोस्टर फाड़े, उस दौरान ही पुलिस व प्रशासन सख्ती दिखाता तो आज हालात खराब नहीं होते। गुरुवार को दो बस टेकरी और दो बस करुआ के पास और दो बस बानमोर में कंषाना धर्मकांटा के पास उपद्रवियों ने फोड़ी, जब बस पर हमला किया जा रहा था तब युवक गुर्जर एकता जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। इतना कुछ होने के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाई और पुलिस अधिकारी दावा करते रहे कि हाइवे पर पुलिस को अलर्ट कर दिया है, अब स्थिति सामान्य है लेकिन शुक्रवार की सुबह बानमोर में दो बस और एक लोडिंग वाहन पर पथराव व डंडों से हमला कर कांच फोड़ दिए। पुलिस लकीर पीटती रही और उपद्रवी अपने मंसूबे में कामयाब होते रहे।
जिले में आज जो तनाव व लॉ इन ऑर्डर की स्थिति निॢमत हुई है, उसके पीछे प्रशासन व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की कमजोर प्लानिंग का नतीजा है। पुलिस फिर भी हाथ पैर मारती रहती है लेकिन प्रशासनिक तौर पर अधिकारी अपने दफ्तरों से नहीं निकलते। वहीं शहर के प्रमुख लोग, जनप्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकों की अधिकारियों से संवादहीनता के चलते भी शहर के हालात बिगड़ रहे हैं। पुलिस ने जिन जनप्रतिनिधियों से शांति की अपील करवाई है, उपद्रवियों पर उस अपील का कोई असर नहीं हुआ और दो दिन से वाहनों पर लगातार हमला हो रहा है।
दो दिन ओर बंद रहेगी कोचिंग क्लास
शहर में तनाव को देखते हुए कोचिंग क्लासेज दो दिन और बंद रहेंगी। शुक्रवार को कोचिंग बंद रहीं और शनिवार, रविवार भी बंद रहेंगी। टी आई शैलेन्द्र गोविल ने बताया कि कोचिंग की तीन दिन की छुट्टी की गई थी, दो दिन और रहेगी। वहीं शहर में तनाव को देखते हुए पालक स्वयं ही अपने बच्चों को फिलहाल कोचिंग भेजने के पक्ष में नहीं हैं।
इन लोगों के खिलाफ हुआ मामला दर्ज सिटी कोतवाली पुलिस ने सौरव पुत्र रघुवीर मावई निवासी फड़ का पुरा बानमोर की रिपोर्ट पर पोस्टर फाडऩे वाले व गालियां देने के मामले में आरोपी रवि चौहान, अक्षय सिकरवार, अजय भदौरिया, मनु सिकरवार, सुनील तोमर, अभय भदौरिया, गोलू सिकरवार, राहुल, आदित्य सिकरवार, शिवम सिकरवार, प्रदीप सिकरवार, अनुराग सिकरवार, हर्ष तोमर, सिद्धार्थ सिकरवार, अभिषेक सिकरवार, प्रशांत तोमर, अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भादंसं की धारा १४७, २९४, ५०५ (२) के तहत मामला दर्ज किया है। बानमोर पुलिस ने बस फोडऩे के मामले में सोनी पुत्र पातीराम गुर्जर निवासी डोमपुरा की रिपोर्ट पर आठ से दस अज्ञात आरोपियों के खिलाफ १४७, ३३६, ४२७ के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं नूराबाद पुलिस ने दिनेश गुर्जर निवासी जड़ेरुआ की रिपोर्ट पर अज्ञात दस आरोपियों के खिलाफ भादंसं की धारा ३३६, ४२७, १४७, १४८, १४९ के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं बानमोर में एक अन्य मामला अशोक मावई की रिपोर्ट पर दर्ज किया गया है। जिन बसों के कांच फोड़े गए हैं, उनमें एक बस अखिलेश चौहान, एक रमेश सिंह तोमर, रमेश सिंह सहित अन्य नामों से हैं। इनके परिचालकों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है। कथन – गुरूवार को बानमौर, नूरावाद एवं मुरैना सिटी कोतवाली थाना के अन्तर्गत जो घटना घटी है, उसके तहत फोटेज के आधार पर कोतवाली मुरैना में 16 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। थाना नूराबाद में 9 एवं बानमौर थाना में 10 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 5 लोगों को अरेस्ट करके जेल भेज दिया गया है और 6 लोग अभी भी पुलिस की हिरासत में है।
राय सिंह नरवरिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक