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रहटगांव: सुनिए सरपंच साहब कब जागोगे ! रहटगांव जो तहसील मुख्यालय लेकिन विकास से कोसों दूर है। जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत रहटगांव ! वर्ष के 12 माह सड़को पर बहता गंदा मटमेला पानी, कीचड़ बदबू से परेशान रहवासी

हरदा। जिले के टिमरनी विकासखंड के अंतर्गत आने वाली सबसे बड़ी ग्राम पंचायत रहटगांव के मुख्य मार्ग पर वर्ष के 12 माह कीचड़ नालियों का गंदा पानी बहता रहता है। स्वच्छता के नाम पर सिर्फ कागजों में राशि निकलती रहती है। लेकिन चारों और कचरे गंदगी का साम्राज्य लगा रहता है।

तहसील मुख्यालय थाना बैंक अस्पताल सहित अन्य व्यापारिक हॉट बाजार का प्रमुख केंद्र होने के कारण प्रतिदिन हजारों लोग यहां आते हैं।

100 से अधिक गांव के लोग यहां आते है। लेकिन दुर्भाग्य कहे कि ग्राम पंचायत के जिम्मेदार सरपंच सचिव का कोई ध्यान स्वच्छता पर विकास पर नहीं है।

अगर हम ग्रामीण क्षेत्रों वनांचल की बात करे तो वहा इससे अच्छे हालत है। लेकिन रहटगांव ग्राम पंचायत बिकास से कोसों दूर है।

 

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जो भी व्यक्ति यहां सरपंच बनता है। वो सिर्फ बिकास के वादों तक ही सीमित होकर रह जाता है। कुर्सी और बैठने के बाद उसे बिकास लोगो की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं।

 

दुर्भाग्य इस बात का भी है। की क्षेत्र के जागरूक लोग नेता नगरी भी खामोश रहती है। ये नेता नगरी सिर्फ विधानसभा और लोकसभा चुनाव में ही सफेदी की चमक दमक दिखाती है। उसके बाद वो भी गायब हो जाते है। देखना होगा कि आखिर कुंभकर्ण की नींद सोए अधिकारी जनप्रतिनिधि कब तक जागते है।

फिलहाल आपको हम दो तस्वीर दिखा रहे हैं जो दर्शाती है कि कैसे छोटे बच्चे ओर गांव के लोग इन ऊबड़ खाबड़ कीचड़ वाले मार्ग से निकलते

होगे।