रहटगांव । श्री आदर्श रामलीला मंडल फुलडी द्वारा रामलीला का आयोजन किया जा रहा है इसमें प्रथम दिवस गणेश वंदना और सरस्वती वंदना के बाद दीप दीप जला कर रामलीला का आयोजन किया, इस अवसर पर ग्राम के वरिष्ठ नागरिक सामयिक रहे इसके बाद शिव विवाह एवं नारद मोह की लीला दिखलाई गई भगवान शंकर जी ने सती को त्याग दिया और भगवान शंकर जी कैलास चले जाते है 87 हजार वर्ष तक वही समाधि ले कर कैलास पर्वत पर ही रहे इधर पर्वत राज के यहां माता पार्वती ने जन्म लिया भगवान नारद ने पर्वत की बेटी होने के कारण उनका नाम पार्वती रख दिया। और माता से कहा कि आप तपस्या करोगी तो ही आप को फल मिलेगा ।
पार्वती जी भगवान शंकर की तपस्या कर रही है ।वही सप्तऋषि ने आ कर माता पार्वती की परीक्षा ली शप्तऋषि ने बोला कि तुम्हे उनके पास कुछ नही है फिर क्यों विवाह कर रही हो तो माता जगदम्बा बोलती है की मेने दूसरा जन्म ही भगवान शंकर के लिये लिया है । जब भगवान सादी के लिए बरात ले कर चलते है जिसमे भूत प्रेत सब आगे नाचते हुये बरात चले । और धूम धाम से भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती का विवाह किया गया । श्री आदर्श रामलीला मंडल द्वारा पधारे सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया ।