आदिवासी महिला के साथ दुष्कर्म : पीड़िता को एफ आई आर दर्ज कराने जमीन रखनी पड़ी गिरवी ! पुलिस को खिलाया मुर्गा!
मानवता हुई शर्मसार आदिवासी महिला को अपने साथ हुये दुष्कर्म की थाने मे रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थानेदार को रिश्वत के लिये मुर्गा और एक हजार रुपए बार बार जांच और अदालत जाने के लिए अपनी जमीन 10 हजार मे गिरवी रखनी पड़ी।
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 छत्तीसगढ़। प्रदेश के जशपुर नगर में पहाड़ी कोरबा मे एक आदिवासी महिला को दुष्कर्म की एफआईआर लिखाने में भी खासी मशक्कत करनी पड़ी। पिड़िता को शिकायत दर्ज करने के लिए पंडरापाठ चौकी प्रभारी को न केवल मुर्गा खिलाना पड़ा, बल्कि रिश्वत के रूप में एक हजार रुपये भी देने पड़े।
इतना ही नहीं, दुष्कर्म पीड़िता की मेडिकल जांच के लिए वाहन किराया 500 रुपये, मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान के लिए दो बार जिला न्यायालय जशपुर आने- जाने में 3500-3500 रुपये भी वाहन किराये के रूप में देने पड़ा
दस हजार में रखी जमीन गिरवी
रिपोर्ट दर्ज कराने और बार बार मेडिकल की जांच के साथ बार जिला कोर्ट बयान दर्ज कराने जाने में होने वाले खर्चों के लिए उसने 10,000 रुपये में अपनी जमीन गिरवी रखनी पड़ी। पीड़िता के पति ने एसपी शशि मोहन सिंह से पूरे मामले की शिकायत की है और जांच कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
एसपी से शिकायत के बाद पुलिस आई हरकत में
एसपी से शिकायत के बाद पुलिस ने बलात्कार के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, रिश्वत मांगने के मामले की जांच एसडीओपी बगीचा को सौंप दी गई है। एसपी ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
घटना 2 दिसंबर की बताई जा रही है पंडरापाठ चौकी में दर्ज शिकायत के अनुसार 29 वर्षीय विवाहित महिला ने पंडरापाठ चौकी शिकायत दर्ज कराई थी।
रात मे अपने घर से दूर पर रहने वाले जेठ-जेठानी में हो रहे झगड़े में बीच-बचाव के लिए वह जेठानी के घर जा रही थी।इसी दौरान बीच रास्ते में आरोपी ने उसका हाथ पकड़कर और मुंह को दबा कर झाड़ी में ले गया जहां उसके साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस ने आरोपी को भेजा जेल
मामले में बगीचा थाना में आरोपित के विरूद्व बीएनएस की धारा 64 के अंर्तगत अपराध पंजिबद्व कर,आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इस सम्बंध की पोस्ट पूर्व सीएम बघेल ने सोशल मिडिया पर पोस्ट किया था तब ये ज्यादा सुर्खियों में आया।