ब्रेकिंग
मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं निकाह के लिये तिथियां निर्धारित हरदा:- क्षेत्रवासियों व कांग्रेसजनों द्वारा हरदा विधायक डॉ. दोगने का किया सम्मान अतिक्रमण हटाने की मुहिम औपचारिकता बनकर रह गई। पढ़े पूरी खबर हंडिया : सरस्वती शिशु मंदिर के वार्षिकोत्सव में बच्चों ने दी शानदार प्रस्तुति !  महिला की गले मे फंदा फसने से हुई मौत ! आलू प्याज छीलने की मशीन पर कर रही थी काम !  बिग न्यूज हरदा: मकड़ाई रोड़ पर मिली मकड़ाई निवासी युवक की संदिग्ध लाश, पुलिस जांच में जुटी! Aaj ka rashifal: आज दिनांक 21 दिसंबर 2024 का राशिफल जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे। देश के कई राज्यों शीत लहर के साथ भारी बारिश का अलर्ट ! अचानक सड़क पर उतरा सीएम यादव का हेलीकॉप्टर!  सड़क पर सीएम और हैलीकाप्टर देख लोगो की भीड़ उमड़ी कांग्रेस ने हर समय बाबा साहब का अपमान किया: विजय जेवल्या! ,भाजपाइयों ने राहुल गांधी का फूंका पुतला

Seoni Malwa: बानापुरा कृषि उपज मंडी का ई-एप तैयार, अब आनलाइन होगा कारोबार, बड़े तौल कांटे के संचालक के मोबाइल में भी एप रहेगा, किसानों को उपज की भुगतान व्यवस्था भी एप से ही होगी।

के के यदुवंशी, सिवनी मालवा : बानापुरा कृषि उपज मंडी अब ऑनलाइन मंडी होगी अब किसानों को बहुत सी परेशानी से नहीं गुजरना पड़ेगा ऑनलाइन सुविधा से किसान सुविधा का लाभ ले सकेगा मतलब ई मंडी के नाम से जानी जाएगी। बानापुरा कृषि उपज मंडी सचिव राजेंद्र धनोरिया ने बताया कि व्यापारी, किसान, हम्मालों को कागजी कार्यों से छुटकारा मिल जाएगा। किसान के उपज से भरे वाहन के मंडी गेट से प्रवेश से लेकर नीलामी तक एप के माध्यम काम होगा। उपज की भुगतान व्यवस्था भी एप से ही होगी।

माना जा रहा है कि इस नवाचार से मंडी संचालन व्यवस्था में काफी सुधार होगा, बेनामी व्यापार पर रोक लगेगी। मंडी संचालन की वर्तमान व्यवस्था कागजों पर चल रही है, जिसमें काफी समय लगता है। इसको गतिमान करने के लिए मंडी को एप के माध्यम से संचालित करने की तैयारी हो गई है। मंडी सचिव राजेंद्र धनोरिया ने बताया कि सरकार की मंशा अनुसार ए श्रेणी की मंडी में जल्द ही आनलाइन ई मंडी व्यवस्था लागू की जा रही है।

इसके तहत कागजी काम काफी कम हो जाएगा। सिस्टम के अनुसार मंडी का एप तैयार हो गया है, कृषि उपज मंडी में अपनी उपज लेकर आने वाले किसानों के एंड्राइड मोबाइल में लोड कर दिया जाएगा। इससे किसान अपनी प्रवेश पर्ची बना सकेगा, जिसका नंबर गेट का कर्मचारी अपने कंप्यूटर में फीड कर लेगा। नीलामी में नीलामकर्ता व अनुबंधकर्ता के पास पीओएस मशीन रहेगी। इसमें किसान की उपज के नीलामी भाव अंकित करेगा, जो किसान के एप में भी अंकित हो जाएगा। तौल कांटे के संचालक के मोबाइल में भी एप रहेगा। वह किसान की पर्ची के आधार पर तौल का वजन अंकित करेगा, जो किसान के एप में दिखाई देगा। जिस व्यापारी के यहां उपज बिकी है, उसके मोबाइल में भी मंडी का एप लोड रहेगा, जिसमें किसान का नाम, उपज का वजन, भाव, अमाउंट बिल के रूप में आ जाएगा। व्यापारी को उपज के कुल कीमत से तुलाई कम कर अपने कम्प्यूटर से बिल निकालकर किसान को नकद भुगतान करना है।

- Install Android App -

इनका कहना –

बताया कि पीओएस मशीनें आ गई है उसके बाद व्यापारियों, नीलामकर्ता, अनुबंधकर्ता, तुलावटियों व इलेक्ट्रानिक बड़े तौल कांटों के संचालकों को प्रशिक्षण दिया गया ताकि गेहूं के सीजन से ई-मंडी का संचालन सुचारू रूप से किया जा सकें। बता दें मंडी का संचालन ई मंडी सिस्टम से ही हो रहा है।

राजेंद्र धनोरिया सचिव
कृषि उपज मंडी बानापुरा
सिवनी मालवा।