Shardiya Navratri 2024: यहां जाने नवरात्रि व्रत के नियम, आज से शुरू हुए शारदीय नवरात्रि
Shardiya Navratri 2024: गुरुवार से नवरात्रि की शुरुआत होने के कारण इस साल माता का आगमन पालकी में माना जा रहा है। इसका मतलब है कि माता रानी खुशियां और सुख-समृद्धि लेकर आ रही हैं। इस पावन अवसर पर देवी मां की पूजा घरों और पंडालों में बड़े धूमधाम से की जाती है, जिसके लिए तैयारियां पहले से शुरू हो जाती हैं।
नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा और उपासना के लिए समर्पित होते हैं। इन दिनों महिलाएं खासतौर पर उपवास रखती हैं ताकि माता रानी की कृपा बनी रहे और उनके परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का वास हो। नवरात्रि व्रत रखने से संबंधित कुछ खास नियम होते हैं, जिनका पालन करने से व्रत और पूजा का पूरा फल प्राप्त होता है। आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में।
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नवरात्रि व्रत के खास नियम
1. कन्या पूजन का महत्व:
हिंदू धर्म में कन्याओं को मां दुर्गा का रूप माना जाता है। इसलिए नवरात्रि का व्रत करने वाले लोग कन्याओं का विशेष सम्मान करते हैं। व्रत का समापन यानी पारण हमेशा कन्या पूजन के बाद किया जाता है। इस दौरान किसी भी कन्या या महिला का अपमान नहीं करना चाहिए। उनका सम्मान करना व्रत की एक महत्वपूर्ण परंपरा है।
2. सात्विक आहार का पालन:
नवरात्रि के दौरान तामसिक भोजन से पूरी तरह परहेज करना चाहिए। यह समय सात्विकता और शुद्धता का होता है। इस दौरान लहसुन, प्याज और मांसाहार का सेवन वर्जित होता है। व्रत करने वाले लोग फलों और हल्के भोजन का ही सेवन करते हैं।
3. देवी की पूजा विधि:
नवरात्रि के हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप की पूजा होती है। जैसे पहले दिन शैलपुत्री, दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी और इसी तरह बाकी दिनों में बाकी स्वरूपों की पूजा की जाती है। पूजा के दौरान दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से विशेष फल मिलता है और माता रानी प्रसन्न होती हैं।
4. कलश स्थापना और अखंड ज्योति:
अगर आपने अपने घर में नवरात्रि के समय कलश स्थापना, अखंड ज्योति या चौकी लगाई है, तो घर को कभी भी खाली न छोड़ें। मान्यता है कि ऐसा करने से पूजा का संपूर्ण फल नहीं मिलता और घर में नकारात्मकता आ सकती है।
5. व्रत के दौरान नियम न तोड़ें:
अगर आप नवरात्रि में उपवास कर रहे हैं, तो उसे पूरे नियम और श्रद्धा से निभाएं। बीच में व्रत तोड़ना शुभ नहीं माना जाता। अगर किसी खास परिस्थिति में आपको व्रत तोड़ना पड़े, तो देवी मां से क्षमा मांगकर व्रत खोल सकते हैं।
6. घरों में उजाला बनाए रखें:
नवरात्रि के समय मां दुर्गा का धरती पर आगमन होता है। ऐसा माना जाता है कि देवी रात्रि में घर-घर भ्रमण करती हैं। इसलिए घरों में अंधेरा नहीं होना चाहिए। हमेशा घर को रोशन और साफ-सुथरा रखें, ताकि देवी की कृपा आप पर बनी रहे।
7. आधारभूत शुद्धता का पालन:
नवरात्रि के समय शारीरिक और मानसिक शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। मन को शांत रखें और बुरे विचारों से दूर रहें। घर में साफ-सफाई का ख्याल रखें, क्योंकि देवी मां की पूजा के लिए शुद्ध वातावरण होना बहुत जरूरी है।
नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह आत्मशुद्धि, अनुशासन और मां दुर्गा के प्रति अपनी श्रद्धा और समर्पण को व्यक्त करने का समय होता है। व्रत और पूजा के नियमों का पालन करके हम देवी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन में सुख-शांति ला सकते हैं।
इस नवरात्रि, आप भी इन नियमों का पालन करके देवी मां की कृपा प्राप्त करें और अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भरें। माता रानी का आशीर्वाद आप सभी पर बना रहे, यही हमारी कामना है।