timarni news : जलसकंट से जूझ रहे किसान, ओसराबंदी ने बढ़ाई मुसीबत, किसानों को सिंचाई के लिए नहीं मिल रहा पानी
मकड़ाई समाचार हरदा/टिमरनी। क्षेत्र के किसानों को मूंग की फसल के लिए खेताें में सिंचाई करने में परेशानी आ रही है। विकासखंड में किसानों ने सबसे अधिक चने की बुवाई की थी। चने की फसल में मात्र दो पानी ही दिए जाते हैं। इस कारण खेताें में दरारें चल गई, जाे मूंग फसल की सिंचाई में परेशानी का कारण बन गई है।
किसानाें ने बताया कि खेताें में सिंचाई करने में पानी अधिक लग रहा है। ऐसे में पहले से ही पानी की कमी थी वहीं अब ओसराबंदी से पानी की कमी और बढ़ गई है। मूंग में समय पर पलेवा नहीं हो पा रहा है। जिससे किसान काफी परेशान हैं। हरदा उपनहर शाखा से पानी लेने वाले किसान धीरज गौर, चुन्नू राजपूत, मनोज गौर और अन्नी मिश्रा ने बताया कि चने के खेत में पानी लगाने में काफी समस्या आई थी।
अब मूंग के समय ओसराबंदी लागू की गई है। इसके कारण समय पर खेतों में बुवाई, मूंग में पानी नहीं हो पा रहा है। नहरों का लेवल भी सही नहीं बन पा रहा है। कभी पानी छोड़ा जा रहा है ताे कभी नहीं। यदि इसी तरह के हालात रहे तो किसान मूंग फसल में समय पर पानी नहीं कर पाएगा।
मंगलवार और शुक्रवार के दिन तय
विभाग ने अलग-अलग नहरों में ओसराबंदी लागू की है। सप्ताह में अलग-अलग दिन तय किए हैं। हरदा उपनहर शाखा की बात की जाए तो मंगलवार और शुक्रवार का दिन तय है। दोनों दिनों में एक सप्ताह में 24-24 घंटे के लिए नहर शाखाओं बंद रहेगी। कुल मिलाकर यह ओसराबंदी व्यवस्था से किसान परेशान हैं।
गाैरतलब है कि इस वर्ष कृषि विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार क्षेत्र में करीब 180 गांवों में कुल 58 हजार हेक्टेयर जमीन में अलग उपजों की बुआई की जाती है। इस वर्ष भी जब गेहूं का रकबा मात्र 29 हजार हेक्टेयर रह गया जबकि चने का रकबा 28 हजार हेक्टेयर में इसकी बुवाई की है।
हमारा प्रयास सभी किसानों को पानी मिले
सप्ताह में मंगलवार और शुक्रवार को ओसराबंदी की जा रही है दो 24-24 घंटे की रहती है। हमारा प्रयास सभी किसानों को मूंग में पानी दिलाने का है। ओसराबंदी अनुसार शाखा को चला रहे हैं।
-मधुवन उरमलिया, एसडीओ, हरदा उपनहर अनुभाग टिमरनी