TMC Leaders Proposal to Congress : पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद अब क्षेत्रीय दल भी कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधने लगे है। 4 राज्यों में भाजपा की शानदार जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता ने कांग्रेस को टीएमसी में विलय करने की सलाह दी है। कांग्रेस की हार के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कांग्रेस को निशाने पर ले लिया है। वहीं टीएमसी की ओर से इस तरह के बयान आने के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भड़क गए हैं और उन्होंने कहा कि टीएमसी और भाजपा में सांठगांठ है। यहां तक कि उन्होंने टीएमसी को भाजपा का एजेंट भी बता दिया है।
जाने क्या बोले ममता के मंत्री फिरहाद हकीम
तृणमूल कांग्रेस के नेता और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा है कि मुझे समझ नहीं आता कि कांग्रेस जैसी पुरानी पार्टी कैसे चुनाव में लापता हो रही है। उन्होंने कहा कि किसी जमाने में हम भी इस पार्टी का हिस्सा थे। लगातार हार के बाद अब कांग्रेस अपने खुद के पैरों पर खड़े होकर भाजपा से मुकाबला नहीं कर सकती है। ऐसे में कांग्रेस को तृणमूल कांग्रेस में शामिल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का टीएमसी में विलय करने का यही सही समय है। यदि कांग्रेस का टीएमसी में विलय कर दिया जाए तो इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर हम महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस के सिद्धांतों को लेकर गोडसे के सिद्धांतों के खिलाफ लड़ सकते हैं।
वहीं दूसरी ओर TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी कहा है कि हम लंबे समय से कह रहे हैं कि कांग्रेस अकेले भाजपा से नहीं लड़ सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा से लड़ने के लिए हमें ममता बनर्जी जैसे नेता की जरूरत है। कांग्रेस को इस बात को अब समझ लेना चाहिए। आपको बता दें कि गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फलेरियो को टीएमसी ने पार्टी में शामिल करके कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है।
टीएमसी के प्रस्ताव पर भड़के अधीर रंजन चौधरी
बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी TMC के प्रस्ताव पर भड़क गए हैं और उन्होंने इस प्रस्ताव पर कहा कि TMC भाजपा की सबसे बड़ी एजेंट है। उल्टा उन्होंने टीएमसी को सलाह दे दी है कि अगर वे भाजपा के खिलाफ लड़ने को लेकर गंभीर हैं तो उन्हें कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए।
भाजपा का हमला, विपक्ष का चेहरा कौन, ममता या केजरीवाल
इस बीच बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पलटवार करते हुए कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री पद के लिए चेहरा होंगे। गुरुवार को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों से साफ है कि पश्चिम बंगाल के बाहर कोई TMC नहीं है। वहीं अरविंद केजरीवाल की पार्टी पंजाब में ही सरकार बनाएगी। अब उन्हें तय करना चाहिए कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष का चेहरा कौन होगा, ममता बनर्जी या अरविंद केजरीवाल?’