खिरकिया पोखरनी बायपास मार्ग में एसडीएम तहसीलदार पर सरपंच सहित ग्रामीणों ने लगाए आरोप, एसडीएम ने किया अभद्र भाषा का उपयोग, ठेकेदार बिना सीमांकन बना रहा सड़क , घटिया निर्माण की शिकायत पर भी नही की कार्यवाही!
हरदा। मंगलवार को जिला जनसुनवाई में खिरकिया पोखरनी बायपास मार्ग निर्माण का मामला फिर सामने आया । सरपंच सहित ग्रामीणों ने इस सड़क निर्माण में लापरवाही भ्रष्टाचार की शिकायत जिला कलेक्टर से की।
ग्रामीणों का आरोप है कि एसडीएम अशोक डेहरिया एवं तहसीलदार राजेंद्र पवार की संदिग्ध भूमिका एवं ठेकेदार द्वारा मनमानी से घटिया निर्माण कर मार्ग का स्वरूप बिगाड़ दिया।ठेकेदार ने पुलिया ने भी पुराने सीमेंट के पाइप लगाए।
ग्रामीणों ने पूर्ण सिमांकन करवा कर अतिक्रमण हटवाकर सडक निर्माण की मांग की
ग्राम पोखरनी में वर्षों से लंबित खिरकिया पोखरनी बायपास मार्ग का निर्माण पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा किया जा रहा है। इसके निर्माण प्रारंभ होने के समय ग्राम पंचायत द्वारा जनवरी 24 को सीमांकन करने हेतु एसडीएम साहब को आवेदन दिया गया था।
उक्त आवेदन के आठ माह तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और ठेकेदार अपने मनमाने तरीके से बिना सीमांकन के ही सड़क का निर्माण कार्य करता रहा।
इस बीच बार बार पंचायत एवं ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्य मैं हो रही अनियमितताओं के बारे में मौखिक एवं आवेदन देकर अवगत करवाया।
प्रमुख समाचार पत्रों मैं भी लगातार खबरें प्रकाशित होती रही के माध्यम से अवगत कराया गई फिर वह नाले में से अवैध खनन की हो या साइड सोल्डर में नाले की काली मिट्टी डालने की हो या पत्थर बन चुकी सीमेंट का उपयोग करने की हो या रोड में दरारें पढ़ने की हो या कहीं चौडा कहीं सकड़ा एवं घुमावदार मार्ग बनाने की हो या बगैर सरिया बगैर पन्नी के सड़क निर्माण की हो बगैर बेस तले निर्माण की हो या ग्रामीणों से अभद्रता करने की हो सभी सड़क निर्माण संबंधित शिकायत अधिकारियों को आवेदन माध्यम से अवगत कराया इसके बावजूद भी संबंधित अधिकारियों द्वारा कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई ग्राम पंचायत के द्वारा जानकारी मांगने पर पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सड़क निर्माण का तकनीकी प्राक्कलन (इस्टीमेट) भी नहीं दिया गया। जिसकी शिकायत भी एसडीएम साहब को पंचायत द्वारा की गई थी । उस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई और आज तक एस्टीमेट नहीं मिला ग्राम पंचायत द्वारा पुनः सितंबर 24 में सीमांकन हेतु आवेदन दिया गया था जिसे संज्ञान में लेकर तहसीलदार द्वारा सीमांकन का आदेश दिया गया है।
इधर ग्राम पंचायत के सरपंच का कहना है की गांव में कुछ दबंग लोग वो लोग कब्जा नहीं हटा रहे है। तहसीलदार पुलिस प्रशासन अवैध अतिक्रमण हटाने में सहयोग करे। हम चाहते है। आने वाले समय में युवा पीढ़ी और किसानो को इस मार्ग से किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। लेकिन खिरकिया प्रशासन सहयोग नहीं कर रहा।
उन्होंने कलेक्टर से मांग की है। अतिक्रमण हटवाकर सड़क नियमानुसार बनाई जाए।