भादो का महिना लग गया है और मौसम सूरज की तल्खी देखी जा सकती है पिछले दो दिन में ऐसा लग रहा था कि मौसम गर्मी का आ गया है लोग उमस और गर्मी से खासे परेशान हो रहे थें। वही खेतो मे किसानों की फसल बिना पानी मुरझा रही है। मौसम विभाग की माने तो अगले दो दिन बाद मौसम में खासा बदलाव आयेगा और मप्र छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का संकेत दिया हैं लोगो को सावधान रहने की भी बात कही है।
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 मप्र / छग। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पांच व छह सितंबर को प्रदेश भर में भारी बारिश के आसार है। साथ ही तापमान में भी दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दो दिनों तक मौसम में विशेष बदलाव नहीं होगा और हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है।शनिवार को भी दिनभर की उमस के बाद देर शाम मौसम का मिजाज बदला और हल्की बारिश हुई। इसके चलते मौसम भी थोड़ा खुशनुमा हो गया। रायपुर का अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गयाएजो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। साथ ही न्यूनतम तापमान भी 27.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया|जो सामान्य से 2डिग्री सेल्सियस ज्यादा है।
बीते कुछ दिनों से मानसूनी ब्रेक के चलते बारिश न होने से बढ़ती उमस से लोगों को छुटकारा मिलने वाला है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पांच व छह सितंबर को प्रदेश भर में व्यापक बारिश के आसार है | प्रदेश भर में एक जून से लेकर 31 अगस्त तक 739.5 मिमी बारिश हुई है, इस प्रकार 92 दिनों में इतनी बारिश हुई है। जबकि सामान्य रूप से इतने दिनों में 933.2 मिमी बारिश होनी थी। सामान्य बारिश की तुलना में यह 21 फीसद कम बारिश हुई है। बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1324.4 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 20 फीसद ज्यादा है और सरगुजा जिले में सबसे कम 387.7 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 61 फीसद कम है। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है। यह 4.5 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है और बिजली गिरने की भी संभावना है।
40 से अधिक पेड़ टूटकर गिर गए
शनिवार देर शाम को हुई तेज बारिश के चलते डूमरतराई मार्ग (हिमालयन हाइट्स) से लेकर कमल विहार मार्ग तक 40 से अधिक पेड़ टूटकर गिर गए। इसके चलते इस मार्ग पर आवागमन भी बाधित रहा, साथ ही पूरे क्षेत्र की बिजली भी घंटों गुल रही। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मौसम का मिजाज अभी ऐसा ही रहेगा।
कांकेर जिले में शनिवार दोपहर को मूसलाधार बारिश के साथ ही बिजली भी गिरी। बिजली गिरने से दुर्गुकोंदल विकासखंड अंतर्गत ग्राम हानपतरी के हिंगनपुर में स्थित गौठान में 10 मवेशियों की मौत हो गई। इसके साथ ही दो मवेशी गंभीर रूप से घायल है। वहीं दूसरी ओर डौंडीलोहारा में खेत में 16 बकरियों की मौत हो गई