सतवास पुलिस कस्टडी में हुई युवक की मौत! घटना पर जीतू पटवारी ने जताया आक्रोश बोले- सीएम पूरे थाने को सस्पेंड करे
महिला से छेडछाड के आरोप मे गिरफ्तार युवक सतवास पुलिस थाने में एक युवक की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने थाने के बाहर धरना दिया और पुलिस पर कई आरोप लगाए।
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 देवास। जिले के सतवास पुलिस थाने में हुई युवक की मौत के मामले काफी बबाल मचा हुआ है। रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा अपने समर्थकों के साथ सतवास पहुंचे। थाने के बाहर धरना दिया। इस धरने मे युवक के परिजन और भीम आर्मी, आजाद समाज पार्टी और जयस कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
थाना प्रभारी को किया निलम्बित
युवक की मौत के मामले में जिला एसपी पुनीत गेहलोद ने सतवास थाना प्रभारी आशीष राजपूत को निलंबित कर दिया है। इधर प्रदशर्न कर रहे नेताओं ने पुलिस पर आरोप लगाए और मांग की कि पूरे थाना स्टाफ को निलंबित किया जाए। आमरण अनशन पर बैठे।
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार देर शाम को सतवास थाने में बयान के लिए बुलाए गए युवक मुकेश लोंगरे (35) ने विवेचक कक्ष में फांसी लगा ली। युवक के खिलाफ एक महिला ने छेड़छाड़ की शिकायत की थी। इसकी जांच के चलते पुलिस ने युवक को बयान के लिए बुलाया था।
बयान देने के बाद गमछे से लगाई फांसी
बताया जा रहा है जब 26 दिसम्बर को युवक के खिलाफ शिकयती आवेदन मिला था ।युवक के बयान लिखने की कार्रवाई चल ही रही थी इसी दौरान वही कक्ष में युवक ने अपने गमछे से खिड़की से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। यह देख पुलिसकर्मियों ने उसे फंदे से अलग किया और अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने जांच करके मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने लगाये पुलिस पर गंभीर आरोप
जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद देवास से सतवास पहुंचे। पूरे मामले की जानकारी लेकर सीसीटीवी फुटेज की जांच की। युवक की मौत की जानकारी मिलने के बाद थाना परिसर में परिजनों व ग्रामीणों की भीड़ लग गई। लोगों ने पुलिस पर युवक से मारपीट, प्रताड़ना के आरोप लगाए।पुलिस ने उनको सूचना तक नहीं दी गई। शव को अस्पताल में छोड़कर आ गए। मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
शनिवार देर रात से ही परिजन थाने के बाहर बैठे रहे। रविवार दोपहर को पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी, सज्जन वर्मा समेत अन्य नेता पहुंचे। उन्हें पुलिस अधिकारियों ने समझाया कि मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। सीसीटीवी फुटेज दिखाने की बात भी सामने आई।परिजन ने 25 लाख रुपये का मुआवजा और बच्चों के नाम जमीन देने की मांग की। एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग भी रखी।