पत्रकार साथी उत्तम गिरी के ऊपर दर्ज झूठी FIR की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर एसपी को पत्रकारों ने सौंपा ज्ञापन
मकड़ाई समाचार हरदा। टिमरनी के पत्रकार साथी उत्तम गिरी के साथ गत दिनों तीन अधिवक्ता राहुल सोमवंसी, हिमाशु बंसल, अमिताप जगपाल ने मिलकर मारपीट जान से मारने की धमकी दी थी। उसके बाद दोनों पक्ष टिमरनी थाने पहुँचे। पुलिस ने दोनों की शिकायत पर टिमरनी थाने में एक दूसरे के खिलाफ अपराध पंजीबद्घ कर लिया था। पत्रकार साथी उत्तम गिरी द्वारा लगातार जनहित के मामलों को लेकर प्रमुखता से खबरों का प्रकाशन किया जा रहा था। शासकीय भूमि पर अतिक्रमण मामले में भी लगातार प्रमुखता से खबरों का प्रकाशन किया था। इस अतिक्रमण के पीछे भी टिमरनी के तीन अधिवक्ताओ का निजी स्वार्थ था। जो कि यह लोग बार-बार प्रशासन को गुमराह कर रहे थे। और लगातार फ़ेसबुक व्हाट्सअप पर अर्नगल पोस्ट शेयर कर पत्रकार व उनके संस्थान की छबि धूमिल कर रहे थे। जनहित की लगातार खबरों के बाद जिला कलेक्टर के आदेश पर टिमरनी में अतिक्रमण हटाया। इसके अलावा टिमरनी सरकारी अस्पताल में पदस्थ चपरासी महेन्द्र सोमवंशी नियम विरुद्घ तरीके से अस्पताल के अंदर ही दवाई के काउंटर पर बैठ कर मरीजो को दवाई वितरित कर रहा था। लोगो के जीवन और उनके स्वास्थ से जुड़े मामले में अस्पताल की गंभीर लापरवाही को उजागर किया गया। और यही बात एडवोकेट के बेटे राहुल सोमवंशी को नागवार गुजरी ओर उसने पत्रकार से बदला लेने की भावना से झगड़ा किया और झूठे केस में फंसाकर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए निजी लड़ाई के बीच बार एसोसिएशन को बीच मे लाकर खड़ा कर दिया।
सरकारी अस्पताल में चपरासी के पद पर पदस्थ व्यक्ति अधिवक्ता राहुल सोमवंशी का पिता था। पिता कि खबरों के बाद बौखलाकर अधिवक्ता बेटे ने पत्रकार से बदला लेने की नीयत से उस पर अधिवक्ता साथियो की मदद से मारपीट झगड़ा एससीएसटी में FIR दर्ज करवा दी। इतना ही नही घटना 12 बजे घटित हुई। ओर 1 घंटे के बाद रहटगॉव के एक अधिवक्ता को मोबाइल फ़ोन लगाकर उसे बुलाया। ओर दो घँटे बाद बयान करवाये गए। पत्रकारों ने मांग की है कि उक्त FIR में निष्पक्ष जांच हो साथ ही अधिवक्ता संतोष राजपूत व जूनियर अधिवक्ता महेंद्र देवड़ा की घटना के समय की कॉल लोकेशन निकलवाई जाये। ताकि सच्चाई जनता के सामने आ जाये। ज्ञापन सौपते समय वरिष्ठ पत्रकार डी एस चौहान, रामविलास केरवार, प्रवीण तंवर, संदेश पारे, जफर अंसारी, मोहन गुर्जर, जफर अंसारी, कपिल शर्मा, शाहरुख खान, उत्तम गिरी, सुनील राठौर, अमित बिल्ले सहित अन्य पत्रकार साथी उपस्थित थे। एसपी श्री अग्रवाल ने निष्पक्ष जांच की बात कही है।
इसके अलावा टिमरनी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिहल को भी पत्रकार उत्तम गिरी द्वारा सूचना दी गई थी कि यह तीनों अधिवक्ताओ अपने पद का दुरुपयोग कर सोशल मीडिया पर टिका टिप्पणी कर रहे है। उसके बाद यह बात बार एसोसियशन के अध्य्क्ष ने भी कहा कि किसी भी एडवोकेट की निजी लड़ाई में हम लोग सहयोग नही करेंगे। कोर्ट परिसर के अंदर कोई घटना हमारे वकील के साथ होगी तो ही हम लोग उसके साथ खड़े होंगे। राहुल सोमवंशी जो स्वयं एडवोकेट है कानून के जानकार है उसके बाद भी पद का दुरूपयोग करते हुए पूरे बार एसोशिएसन को गुमराह करते हुए आगे खड़ा कर दिया गया। बार एसोसिएशन के जिम्मेदारों ने भी आधी अधूरी जानकारी लेकर विरोध करने खड़े हो गए। जबकि वास्तविकता जानना बहुत जरूरी था।