अजीबोगरीब मामला : अंधविश्वास की सारी हदे पार, महिला ने खुद की जीभ काटकर शिवलिंग पर चढ़ाई, फिर जो हुआ…
मकड़ाई समाचार छत्तीसगढ़। आस्था का सम्मान होना चाहिए। लेकिन कहानी-किस्सों की बातों को सुनकर अगर कोई भगवान के प्रति अंध आस्था का सबूत पेश करे तो वह गलत है। यहां छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के लोहरसिंह गांव में एक महिला ने अपनी जीभ को ही काटकर शिवलिंग पर चढ़ा दिया। इतना ही नहीं वह सोमवार से ही मंदिर में ही धुनी रमाये बैठी है।
इस सनसनीखेज वाकये की सूचना आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते मंदिर में महिला के तप को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी है। यह क्रम मंगलवार को भी जारी रहा। वैसे अभी तक मंदिर में ही कटी जीभ पड़ी हुई है। जिसे कपड़े से ढका गया है। लेकिन महिला के नहीं बोल पाने के कारण वह कुछ स्पष्ट नहीं हो सका है। परिजन का कहना है कि उनकी भगवान शिव के प्रति श्रद्धा है।
पुसौर तहसील के लोहरसिंह गांव निवासी डोल नारायण नायक भाजपा के कोड़ातराई मंडल अध्यक्ष हैं। उनकी मां पदि्मनी नायक (60) पत्नी सुंदरलाल नायक सावन के पहले सोमवार पर तड़के करीब 3 बजे गांव में ही स्थित शिव मंदिर में पहुंची। थोड़ी देर पूजा-अर्चना करने के बाद उन्होंने अपनी जीभ काटकर शिवलिंग पर अर्पित कर दी। परिजन जब मंदिर में पहुंचे तो इस बात का पता चला। इसके बाद खबर सब जगह फैल गई। महिला पदि्मनी के बेटे डोल नारायण नायक ने बताया कि उनकी मां ने ऐसा क्यों किया इसकी कोई जानकारी नहीं है। मन्नत को लेकर भी कुछ पता नहीं है। उन्होंने दावा किया कि उनकी मां 15 साल की उम्र में भी ऐसा कर चुकी हैं। चर्चा है कि इस तरह परिवार की परंपरा को निभाने की बात तो कही जा रही है।