ब्रेकिंग
मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं निकाह के लिये तिथियां निर्धारित हरदा:- क्षेत्रवासियों व कांग्रेसजनों द्वारा हरदा विधायक डॉ. दोगने का किया सम्मान अतिक्रमण हटाने की मुहिम औपचारिकता बनकर रह गई। पढ़े पूरी खबर हंडिया : सरस्वती शिशु मंदिर के वार्षिकोत्सव में बच्चों ने दी शानदार प्रस्तुति !  महिला की गले मे फंदा फसने से हुई मौत ! आलू प्याज छीलने की मशीन पर कर रही थी काम !  बिग न्यूज हरदा: मकड़ाई रोड़ पर मिली मकड़ाई निवासी युवक की संदिग्ध लाश, पुलिस जांच में जुटी! Aaj ka rashifal: आज दिनांक 21 दिसंबर 2024 का राशिफल जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे। देश के कई राज्यों शीत लहर के साथ भारी बारिश का अलर्ट ! अचानक सड़क पर उतरा सीएम यादव का हेलीकॉप्टर!  सड़क पर सीएम और हैलीकाप्टर देख लोगो की भीड़ उमड़ी कांग्रेस ने हर समय बाबा साहब का अपमान किया: विजय जेवल्या! ,भाजपाइयों ने राहुल गांधी का फूंका पुतला

आकाशीय बिजली गिरने से अधेड़ की मौत, छिंदवाड़ा में आंधी तूफान से गिरे पेड़, कई रास्ते बंद, वनवासियों को भारी नुकसान

मकड़ाई समाचार डिंडोरी/छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के आदिवासी जिला डिंडोरी में सुबह से ही मौसम ने अचानक करवट ली और आसमान में बादल छा गए। इसी दौरान तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरी। इसकी चपेट में खेत में काम कर रहा अधेड़ आ गया और जलने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई। इधर छिंदवाड़ा में आंधी तूफान, बारिश के कारण भारी तबाही हुई है। कई जगहों पर पेड़ गिर जाने के कारण रास्ते बंद हो गए हैं।

डिंडोरी जिले के विक्रमपुर चौकी प्रभारी संतोष यादव से मिली जानकारी के मुताबिक, ग्राम छपरा निवासी 48 वर्षीय गयाराम कुशराम अपने खेत की बाड़ी में मवेशियों को पैरा दे रहा था। इस दौरान मौसम बदलने के कारण तेज गर्जना हुई और आकाशीय बिजली गिरी, जो गयाराम को आग में झुलसा दी। गयाराम के ऊपर गर्दन और कमर का हिस्सा धू-धूकर जलने लगा और उसकी मौत हो गई।

घटना करीब सुबह 6.30 बजे की बताई जा रही है। घटना के बाद से गयाराम कुशराम के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है तो वही गांव मे मातम पसरा हुआ है। विक्रमपुर चौकी पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी है।

- Install Android App -

तामिया में आंधी पानी का कहर

छिंदवाड़ा का हिल स्टेशन कहे जाने वाले तामिया में गुरुवार को आंधी तूफान पानी के कारण भारी तबाही हुई है। अनेकों स्थानों पर पेड़ गिर जाने के कारण रास्ते बंद हो गए हैं और आंधी तूफान में चिरौंजी, अचार, महुआ और आम के फूल झरकर गिर गए। जिससे वनवासियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। क्योंकि आदिवासियों की आजीविका का मुख्य साधन यही वनोपज है।

सुबह 11:00 बजे के बाद अचानक तामिया क्षेत्र में भारी आंधी तूफान के साथ जोरदार बारिश होने लगी। इस बारिश में अनेकों पेड़ उखड़ कर नीचे जमीन पर आ गिरे और कई रास्ते बंद हो गए। इसके अलावा वनवासियों की आजीविका का मुख्य साधन चिरौंजी, अचार, महुआ और आम की पैदावार को भी भारी मात्रा में नुकसान पहुंचा है। ये वनोपज आदिवासियों के जीवन का मुख्य आधार हैं। ऐसे में उनके सामने संकट उत्पन्न हो गया है। जिन ग्रामीणों ने इन वन उपज का खुले में लाकर संग्रहण किया था वह भी बारिश में पूरी तरह बर्बाद हो गई है। वहीं दूसरी ओर पर्यटकों के लिए यह मौसम वरदान बन के आया है। ऐसे मौसम में पर्यटक वन क्षेत्र में आना पसंद करते हैं। प्राकृतिक सौंदर्य के दीवानों के लिए ऐसा मौसम आकर्षण का केंद्र होता है।