हरदा – भारत की लगभग 75 प्रतिशत आबादी कृषि आधारित है,प्रदेश में एसबीआई के बाद सबसे अधिक मप्र ग्रामीण बैंक की शाखाएं कार्य कर रही है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य कर किसान भाइयों , युवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है।बैंक ,केंद्र एवं प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन जन तक पहुंचाकर लाभ प्रदान कर रहा है।आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में मप्र ग्रामीण बैंक की महत्वपूर्ण भूमिका है।यह बात मंगलवार दोपहर को होटल रुद्राक्ष पैलेस में आयोजित वित्तीय साक्षरता एवं जागरूकता शिविर के दौरान मप्र ग्रामीण बैंक के निदेशक सीए रामनिवास गुर्जर ने कही।कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज सोमानी, उप क्षेत्रीय प्रबंधक हर्षवर्धन मिश्रा भी उपस्थित रहे।क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज सोमानी ने बताया कि मप्र में 866 शाखाओं के साथ प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है।वहीं जिले में 14 शाखाओं के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की योजनाओं को पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।कार्यक्रम के दौरान जनधन योजना,सुरक्षा बीमा योजना,जीवन ज्योति बीमा योजना,अटल पेंशन योजना,किसान क्रेडिट कार्ड,मुद्रा योजना सहित योजनाओं की जानकारी दी गई।इस दौरान शाखा प्रबंधक शोभित अग्रवाल,बलवंत यादव,नवीन बिंजवे सहित बैंक के उपभोक्ता,उत्कृष्ट विद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
चौधरी मोहन गुर्जर मध्यप्रदेश के ह्र्दयस्थल हरदा के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार है | आप सतत 15 वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी सेवायें देते आ रहे है। आपकी निष्पक्ष और निडर लेखनी को कई अवसरों पर सराहा गया है |