उच्च न्यायालय के निर्देश पर हरदा में ईओडब्ल्यू कर रही जांच, ! संस्कार स्कूल भूमि, अन्य संपत्ति की बिक्री के सम्बंध में विभिन्न कार्यालयों में की गयी थी शिकायतें ! अधिकारियों के नाम फ़ाइल होने से भोपाल में मची हलचल !
हरदा । संस्कार स्कूल शुरू होने के बाद आपसी विवाद और खींचतान तथा बंटवारे के बाद साल 2015-16 में जमीन को लेकर टैक्स चोरी तथा अन्य गड़बड़ियों की शिकायतें विपिन अग्रवाल द्वारा की गई थीं। निखिल शुगर मिल के संचालक रहे विपिन अग्रवाल ने स्कूल की जमीन और अन्य मामलों में टैक्स चोर करने की विभिन्न स्तरों पर शिकायतें की थीं। जांच नहीं होने के बाद हाईकोर्ट जबलपुर में याचिका लगाई गई। जिससे कई लोगों के लिप्त होने और अलग अलग स्तरों पर जांच में गड़बड़ी तथा लापरवाही के चलते कोर्ट ने इसे प्राथमिकता में रखा है। यही कारण है कि ईओडब्ल्यू ने दो दिन पहले केस दर्ज किया और टीम जांच करने आ पहुंची।
आज दिन भर शहर में eow की कार्रवाई को लेकर तथा मामले से जुड़े करीब दर्जन भर हाई प्रोफाइल नामों को लेकर चर्चाएं जारी रहीं। हाई प्रोफाइल मामले में शिकायत के बाद माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश जारी होते ही हलचल मच गई।
मिली जानकारी में माननीय उच्च न्यायालय में 28 फरवरी को एडवोकेट जर्नल द्वारा हलफनामा दाखिल किया जाना है।
साथ ही हाईकोर्ट के निर्देश में वर्ष 2016 से गृह सचिव मप्र व एसपी ईओडब्ल्यू के समस्त अधिकारियों के नाम फ़ाइल किये जाने का उल्लेख है।
इस आदेश के बाद मप्र की राजधानी में अधिकारियों में हलचल मची हुई है।
◆ ईओडब्ल्यू की कार्रवाई –
छीपानेर रोड पर स्थित संस्कार स्कूल की जमीन का प्रयोजन बदलने और म्युटेशन के दौरान अफसरों की मिलीभगत से की गई टैक्स और राजस्व चोरी तथा अन्य गड़बड़ी की जांच करने शुक्रवार को भोपाल से ईओडब्ल्यू की चार सदस्यीय टीम हरदा पहुंची। टीम ने पंजीयन कार्यालय, राजस्व विभाग, सहकारिता विभाग आदि जगहों से जरुरी दस्तावेज खंगाले हैं।
पूर्व में फेंडस वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी के नाम से छीपानेर रोड पर साल 2005-06 में संस्कार विद्यापीठ स्कूल प्रारंभ किया गया था।
◆ क्या कहा शिकायकर्ता ने –
2015-16 में मेरे द्वारा संस्कार स्कूल की भूमि व अन्य सम्पत्ति की बिक्री के सम्बंध में EOW सहित विभिन्न कार्यालयों में शिकायत की गई थी,इस पर माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश पर EOW के द्वारा जांच की जा रही हैं, चूंकि जांच प्रक्रिया चालू है इसलिए इससे ज्यादा अभी बताना जल्दबाजी होगा.
– विपिन अग्रवाल, शुगर मिल संचालक