ब्रेकिंग
रहटगांव : सच में पुलिस के हाथ बहुत लंबे होते है। कागजों में 11 साल पहले जो मर गया। उसे पुलिस ने जिंद... हंडिया : घरों तथा पांडालों में विराजे गणपति बप्पा,, गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों से गूंजी धार्मिक न... हरदा न्यूज: 2 अलग-अलग मामलों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये एसपी ने किया इनाम घोषित! कलारीपट्टू जिला स्तरीय प्रतियोगिता में डिजिटल स्कूल ने गाड़ा कामयाबी का झंडा। JNVST Admission Form 2025: कक्षा 6 में प्रवेश के लिए अंतिम तिथि नजदीक, जल्द करें आवेदन Manjhi Ladki Bahin Yojana List 2024: महिलाओं को हर महीने मिलेंगे 1500 रुपए और मुफ्त 3 एलपीजी सिलिंडर घोर कलयुग : जमीन के टुकड़ों के लालच में भाई ने भाई के साथ की गद्दारी! फर्जी हस्ताक्षर कर बेटे के नाम... Harda: रामभरोस मुंडेल विधायक प्रतिनिधि नियुक्त,समर्थको ने दी बधाई। हरदा:आबकारी विभाग हरदा की अवैध मदिरा के विक्रय के विरुद्ध कार्यवाही में 06 प्रकरण दर्ज  66600 रुपए क... विनेश फोगाट को कांग्रेस ने बनाया अपना उम्मीदवार, पूर्व भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व ...

एनटीपीसी सेल्दा खरगोन में अखिल भारतीय हास्य कवि का हुआ आयोजन, श्रोताओं ने उठाया लुप्त

सुनील पटल्या गुर्जर बेड़िया। हिन्दी पखवाड़ा के समापन समारोह के अवसर पर एवं हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार को दृष्टिगत रखते हुये एनटीपीसी सेल्दा खरगोन में अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह आयोजन राजभाषा अनुभाग मानव संसाधन विभाग द्वारा शिवालिक नगर परिसर स्थित मंगलम भवन र्में किया गया।

- Install Android App -

कवि सम्मेलन का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं माँ सरस्वती के चित्र को माल्यार्पण के साथ हुआ। कार्यक्रम में आमंत्रित कवि थे प्रख्यात हास्य कवि पद्मश्री डॉ सुरेन्द्र दुबे रायपुर, पीके आजाद, विनय शुक्ल विनम्र दिल्ली, मुकेश शांडिल्य हरदा, सुनील नवोदित चित्रकूट, डॉ. तुषा शर्मा मेरठ एवं श्रीमती अनीता आनंद मुंबई थे। संचालन प्रख्यात कवि डॉ शंभू सिंह मनहर द्वारा किया गया। कवियों का स्वागत एनटीपीसी खरगोन के मुख्य महाप्रबंधक राजेश कुमार कनोजिया एवं अहिल्या महिला मण्डल की अध्यक्ष श्रीमती अर्चना कनोजिया द्वारा किया गया। हास्य कवि सम्मेलन का श्रोताओं ने देर रात्रि तक लुत्फ उठाया एवं मंगलम भवन उनके ठहाकों एवं तालियों से गूँजता रहा। कनोजिया ने अपने सम्बोधन में राजभाषा विभाग द्वारा वर्ष भर चलाई जाने वाली राजभाषा संबंधी गतिविधियों की सराहना की एवं इस तरह के आयोजन नियमित रूप से किए जाने की महत्ता पर बल दिया।