ब्रेकिंग
हंडिया: गांजा तस्करी करते एक आरोपी गिरफ्तार – 1.296 किलोग्राम मादक पदार्थ एवं मोबाइल जप्त टिमरनी: कांग्रेस संगठन ऐसे ऊर्जावान साथियों की टीम बना रही है जो जनहित के मुद्दों को अंजाम तक पहुंचा... जल जीवन मिशन की सभी पेयजल योजनाएं शीघ्रता से पूर्ण करें कलेक्टर श्री जैन ने बैठक में दिये निर्देश खेती किसानी हरदा: मूंग उपार्जन के लिए 60 केन्द्रों पर 5 जुलाई तक करा सकते हैं पंजीयन अगले 4 दिन में पूरे मध्य प्रदेश पर होगा मानसून! अधिकांश जिलों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी दुल्हन के बेडरूम से हुई आहट से दूल्हे की नींद टूटी ! तलाशी में सन्दूक मे मिला प्रेमी उसके मुंह पर का... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 18 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे खिरकिया: गोलमाल है भाई सबकुछ गोलमाल ! बबन राव नामक व्यक्ति की नियुक्ति बनी दो विभागों के लिए पहेली, ... अजब गजब - नवविवाहिता पत्नि मायके से प्रेमी संग भागी, पति बोला मै खुशकिस्मत हूं मरने से बच गया हरदा: राम जानकी मंदिर रनआई कला में मंदिर समिति की 30 एकड़ जमीन की सार्वजनिक नीलामी हो, तीन साल से भग...

कांग्रेस को लग सकता है बड़ा झटका, यह विधायक कर सकते हैं टाटा

मकड़ाई समाचार भोपाल। दल-बदल के चलते सत्ता से हाथ धो बैठी कांग्रेस को रविवार को एक और बड़ा झटका लग सकता है। इस बात की व्यापक संभावनाएं है कि खरगोन से कांग्रेस के एक विधायक बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। तमाम कोशिशों के बाद भी कांग्रेस अपने कुनबे को समेट नहीं पा रही है। एक के बाद एक करके कांग्रेसी नेताओं का पार्टी से पलायन जारी है। अपने विधायक बीजेपी में खेमे में जाने के कारण सत्ता से हाथ धो बैठे कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष दोनों की भूमिका में होने के बाद भी इन पर अंकुश नहीं लगा पा रहे हैं।

- Install Android App -

अब सूत्रों के हवाले से एक और बड़ी खबर आ रही है कि कांग्रेस के एक विधायक और अपना पाला बदलकर बीजेपी में जा सकते हैं। खबर है कि खरगोन जिले के बड़वाह से विधायक सचिन बिरला रविवार की दोपहर मुख्यमंत्री की सभा में बीजेपी का दामन थामेंगे। हालांकि इस बारे में बिरला से बातचीत करने की कोशिशे लगातार की जा रही है लेकिन उनके फोन लगातार बंद आ रहे हैं। खंडवा लोकसभा उपचुनाव के मतदान में अब महज एक सप्ताह बचा है और ऐसे में यदि कांग्रेस के विधायक पार्टी छोड़ते हैं तो निश्चित रूप से इसका कांग्रेस के लिए चुनाव में भी दुष्प्रभाव पड़ेगा। यदि बिरला पार्टी छोड़ते हैं तो उन्हें विधायकी भी त्यागनी होगी और फिर मध्यप्रदेश को एक उपचुनाव के लिए और तैयारी करनी होगी।