‘कारम बांध’ देखने पहुंचे कमलनाथः बोले- यह शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार का बांध टूटा है, 14 महीने में कांग्रेस की सरकार बनने वाली है, ग्रामीणों ने बताया अपना दर्द
मकड़ाई समाचार धार। कारम बांध की भयावता देखने मंगलवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ धार दौरे पर पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें अपना दर्द बताया। बांध का निरीक्षण करने के बाद कमलनाथ ने होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए 14 महीने में प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने का दंभ भरा। पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार का बांध टूट चुका है। 14 महीने में कांग्रेस की सरकार बनने वाली है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि घटना के 6 दिन बीत चुके हैं इसके बावजूद जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हुई है। भ्रष्ट अधिरकारियों पर तुरंत FIR होनी चाहिए थी। मध्यप्रदेश में इसी भ्रष्टाचार के कारण निवेश नहीं आ रहा है। बांध बनाने वाली ‘सारथी कंपनी’ भाजपा के सारथी बन चुकी है। भाजपा की नींव भ्रष्टाचार है। तीनों मंत्री ने यहां बैठकर इवेंट किया। नाटक-नौटंकी की।
कमलनाथ ने कहा कि यहां पर बहुत नुकसान हुआ है। प्रभावित लोगों को एक हफ्ते में मुआवजा दिया जाए। पीड़ितों को चार गुना मुआवजा दी जाए। पंचायत से लेकर वल्लभ भवन तक भ्रष्टाचार हो रहा है। प्रभावितों ने बताया कि उनके पास अभी तक कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा है। फसल का नुकसानी का आप सर्वे कर रहे हो। जमीन पर क्या सर्वे हुआ। सारी योजनाएं रुकी पड़ी है, क्योंकि जब तक दलाली का सौदा पूरा अभी पूरा नहीं हुआ है। शिवराज कैबिनेट जानती है कि 14 महीने में कांग्रेस की सरकार बनने वाली है। यह शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार का बांध टूटा है।मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार की बाढ़ आई हुई है। भ्रष्टाचार की दीमक लगी हुई है। इससे हर वर्ग और हर व्यक्ति प्रभावित है। सारी योजना रुकी पड़ी है क्योंकि इस दलाली का सौदा पूरा नहीं हुआ है।
साहब! न घर बचा, न खेत
निरीक्षण करने पहुंचे कमलनाथ से ग्रामीणों ने अपना दुखड़ा सुनाया। ग्रामीणों ने कमलनाथ से कहा कि न घर बचा, न खेत। हम सभी ग्रामीण पहाड़ी पर पन्नी डालकर रहने काे मजबूर हैं। डैम के पानी ने हमारा सबकुछ छीन लिया। खेत पर खड़ी फसल नष्ट हो चुकी है। कैसे गुजर करेंगे। घर बहने के बाद अब कोई छत नहीं है। पत्नी-बच्चे समेत खुले में रह रहा हूं। आप ही कुछ मदद करें। इस पर कमलनाथ ने कहा, आप जानते हैं बीजेपी की सरकार है। हमसे जो भी मदद होगी हम करेंगे।