दस दिवसीय गणेश महोत्सव का हुआ समापन,
अनंत चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमाओं का हुआ अस्थाई कुंड में विसर्जन।
मकड़ाई समाचार हंडिया। एक दो तीन चार गणपति की जय-जयकार…। देवा ओ देवा! गणपति देवा, तुमसे बढ़कर कौन…। गणपति बप्पा मोरया! अगले बरस तू जल्दी आ… से गूंजी धार्मिक हंडिया नगरी
पिछले दस दिनों से जारी गणेश जी का पूजन हवन महाआरती कन्या भोजन भंडारा के बाद भगवान गणेश जी की प्रतिमाओं का विसर्जन का सिलसिला शुरू हुआ,माँ नर्मदा के किनारे रिद्धनाथ घाट पर बनाए गए अस्थाई कुंड में प्रशासन द्वारा क्रेन के माध्यम से विसर्जन कर भगवान श्री गणेश जी से अगले वर्ष जल्दी आने की कामना की गई।
धार्मिक नगरी में दस दिनों तक गणेशोत्सव की धूम रही। रविवार को दस दिवसीय गणेशाेत्सव के बाद अनंत चतुर्दशी पर श्रद्धालुओं ने घरों व सार्वजनिक पंडालों में विराजमान गणेश जी की प्रतिमाओं की आरती उतारी और उन्हें विसर्जन के लिए माँ नर्मदा के किनारे बनाए गए अस्थाई कुंड पर लेकर पहुंचे। कुंड पर पुलिस प्रशासन ने बैरीकेडिंग कर रखी थी,और किसी को बैरीकेडिंग से आगे नहीं जाने दिया जा रहा था। श्रद्धालुओं द्वारा यहां गणपति जी की आरती उतारकर पुलिस द्वारा तैनात किए गए युवाओं के माध्यम से कुंड में विसर्जित किया गया।इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा गणेश जी से अगले वरस जल्दी आने के जयघोष के साथ कोरोना और डेंगू रूपी विघ्नों को हरने की प्रार्थना की गई। इस अवसर पर पुलिस राजस्व एवं पंचायत का अमला तैनात रहा पुलिस के जवान सभी अन्य घाटों पर भी तैनात रहे नर्मदा में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहा। अल सुबह से ही गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला देर रात्रि तक जारी रहा।