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चोरी के मामले में फरार मामा-भांजे की हत्या कर शव जंगल में फेंका, जानवरों के खाने से कंकाल ही बचा

मकड़ाई समाचार शिवपुरी/भौंती। जिले के भौंती थाना क्षेत्र के अंतर्गत परेवा दांत दर्शनीय स्थल के पास स्थित जंगल में नदी किनारे दो कंकाल मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। शव करीब 15 दिन पुराने हैं और इन्हें जानवरों ने खाकर कंकाल में बदल दिया। जानकारी लगते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और शिनाख्त में जुट गई। शवों के पास कुछ सामान भी पड़ा हुआ था और उसी सामान और कपड़ों के आधार पर उनकी शिनाख्त की गई।

इनकी पहचान राजेन्द्र परिहार पुत्र मोतीलाल नदिया नयाखेड़ा एवं सुखबीर परिहार पुत्र अजब सिंह परिहार ग्राम लोटना के रूप में की गई है। दोनों ही खोड़ चौकी में एक चोरी के मामले में संदिग्ध थे और पुलिस से भाग रहे थे। तीन जुलाई से इन दोनों का ही स्वजनों से भी कोई संपर्क नहीं हुआ था। घटना की जानकारी लगने के बाद दोनों के स्वजन भी मौके पर पहुंचे।

पुलिस के अनुसार जो दोनों शव मिले हैं, उनकी शिनाख्त तो हुई है, लेकिन अभी यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है कि यह शव राजेंद्र और सुखबीर के ही हैं। शवों को जानवरों ने पूरी तरह से खा लिया है। एक शव पूरा कंकाल में बदल गया है तो वहीं दूसरे शव के आधे हिस्से को जंगली जानवरों ने खा लिया है। फॉरेंसिक के विशेषज्ञों के अनुसार शव आठ से 12 दिन पुराने हो सकते हैं।

इस घटना से कई सवाल भी खड़े हो गए हैं क्योंकि जिन मामा-भांजे के रूप में शवों की पहचान की जा रही है वे पिछले 17 दिनों से लापता हैं। 17 दिन हो जाने के बाद भी दोनों के स्वजनों ने थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है। स्वजन इस डर से पुलिस के पास नहीं जा रहे थे कि पुलिस पहले से ही इन लोगों को चोरी के मामले में ढूंढ रही है। उन्हें लगा कि यह किसी के यहां पर फरारी काट रहे होंगे। पुलिस इस मामले में हत्या के एंगल से जांच कर रही है। मौके की स्थिति के अनुसार प्रथम दृष्टया मामला भी हत्या का लग रहा है। संभवतः किसी ने हत्या कर उनके शव नदी किनारे फेंके होंगे और जंगली जानवरों ने खाकर उनका यह हाल कर दिया।

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हत्या के इर्द-गिर्द शुरू हुई पुलिस की जांच

एसपी राजेश सिंह चंदेल का कहना है कि मामला हत्या का लग रहा है और पुलिस इसी के आधार पर अपनी जांच शुरू कर रही है। दोनों ही चोरी मामले में संदिग्ध होने के कारण पिछले कई दिनों से छिप रहे थे। यह लोग कुछ समय दतिया में भी रहे और अपने घरवालों से फोन पर बात करते रहे। तीन जुलाई के बाद से इनकी घर पर किसी से बात नहीं हुई। जिस जगह पर शव मिले हैं वहां पास में ही देव स्थल भी है। गांव यहां से थोड़ी दूरी पर है। उनके पास से एक आधार कार्ड भी मिला था जो शिवपुरी कमलागंज निवासी का था। वह उनका रिश्तेदार है। पुलिस उससे भी पूछताछ कर रही है।

सात से 12 दिन में जानवरों ने खाया, जींस वाले हिस्से को छोड़ा

एक शव को जंगली जानवरों ने पूरी तरह से खा लिया है। जबकि दूसरे शव का कमर के नीचे का हिस्सा नहीं खाया है। जिला एफएसएल प्रभारी डॉ. एचएस बरहादिया ने कहा कि 7 से 12 दिन में जंगली जानवर शव को खा लेते हैं जिसके बाद सिर्फ कंकाल बचता है। इनका भी कंकाल ही बचा हुआ है इसलिए अभी यह नहीं कह सकते हैं कि इन पर किसी हथियार से वार किया गया हो या फिर किस तरह से मारा होगा। यह डिटेल ऑटोप्सी में स्पष्ट होगा। इनका डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा जिससे सही शिनाख्त हो सके। अभी तो सिर्फ कपड़ों के आधार पर कहा जा रहा है कि कंकाल पुरुष के हैं। जांच के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट होगी।