मकड़ाई समाचार भोपाल। बिलखिरिया के कोकता ट्रांसपोर्ट नगर कान्हासैया में एक दस वर्षीय बालक छत से गिरकर बुरी तरह घायल हो गया। परिजनों उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। उसकी मौत की खबर सुनते ही परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। परिजनों का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन बच्चे के इलाज करने में सुबह से शाम तक उनको गुमराह करते रहे, लेकिन उपचार शुरू नहीं किया और बुधवार सुबह बताया कि बच्चे की मौत हो गई है।
जानकारी के अनुसार कोकता ट्रांसपोर्ट नगर कान्हासैया में रहने वाला दस वर्षीय प्रिंस मंगलवार सुबह खेलते समय छत से गिर गया था। उसे परिजनों ने पटेल नगर स्थित नागपुर अस्पताल में भर्ती करा दिया था। प्रिंस के चाचा धनराज ने बताया कि उनका भतीजा पहली मंजिल से मंगलवार सुबह गिर गया था। वह खुद चलकर अस्पताल में भर्ती हुआ था। उसके सिर में चोट लगी थी। अस्पताल में डॉक्टरों ने कहा कि सिर में लगी चोट गंभीर है, तत्काल ऑपरेशन करना होगा। इसके लिए चालीस हजार रूपये की मांग की गई। हमने तुरंत बीस हजार रुपये का इंतजाम कर जमा करा दिए। इसके बाद भी बच्चे का इलाज शुरू नहीं हुआ। पहले कहा कि दोपहर 12 बजे डॉक्टर आएंगे, वही आपरेशन करेंगे। फिर तीन बजे का बोला। आखिरकार छह बजे डाक्टर आए। तब तक प्रिंस की हालत खराब हो चुकी। आज सुबह डाक्टरों ने बताया कि बच्चे की मौत हो गई है।
अस्पताल के बाहर मचाया हंगामा
मौत की जानकारी मिलते ही परिजन भड़क गए और उन्होंने अस्पताल प्रबंधन के विरूद्ध नारेबाजी कर हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामे की जानकारी मिलने के बाद बिलखिरिया पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों को समझाइश देने के बाद बच्चे के शव को हमीदिया अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।