मकड़ाई समाचार छत्तीसगढ़।नारायणपुर के एड़का पंचायत के गोर्रा गांव में एक जनवरी को ईसाई मिशनरी की ओर से जनजातियों पर किए गए जानलेवा हमले की आदिवासी समाज ने सीबीआइ से जांच कराने की मांग की है। एड़का ग्राम पंचायत के गोर्रा गांव के रनाय उसेंडी, सियाबत्ती दुग्गा, मोड़ाराम कौड़ो, मगलूराम नेताम और राजाऊ राम उसेंडी समेत आदिवासी समाज के कई प्रमुखों ने रायपुर में संयुक्त पत्रकार वार्ता ली।
उन्होंने बताया कि पास्टर व मतांतरित लच्छूराम, बहादुर, प्रेमलाल, सोपसिंह, रजमन, विजय कचलाम, पुनु राम, साधु और अन्य ने हमला किया था। उनके खिलाफ में थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।समाज प्रमुखों ने आरोप लगाया कि मिशनरियों के लोग ग्रामीण क्षेत्रों में चंगाई सभा के नाम पर जनजाति निवासियों को भ्रम के जाल में फंसा रहे हैं। कहा जा रहा है कि यदि वे यीशु की शरण में आएंगे तो उनके सारे दुख दूर हो जाएंगे।
जनजातीय संस्कृति, पूजा पद्धति और रीति-रिवाजों को भी निशाना बनाया जा रहा है। जनजातीय पर्वों का मतांतरित समूह के लोग विरोध करते हैं। जनजातियों के देवी-देवताओं का उपहास उड़ाया जाता है।प्रेस वार्ता में भतरा समाज के अंतराम कश्यप, सोनाध कश्यप, धुरवा समाज से गाघरा राम नाग, जयराम नाग, कोया समाज से जुल्कुराम मंडावी, सुखदेव मंडावी, कमलूराम करकामी, लुदरूराम करकामी, जनजाति सुरक्षा मंच से पूर्व विधायक भोजराज नाग तथा सर्व आदिवासी समाज से राजाराम तोड़ेम मौजूद थे।