मकड़ाई समाचार मुरैना। मुरैना जिले के दो थाना क्षेत्रों में सोमवार को जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। इसमें सात मानपुर के पृथ्वी गांव और तीन सुमावली के पावली गांव के हैं। कुछ लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने दो लोगों की हालत ज्यादा खराब होने पर सोमवार रात ग्वालियर रैफर किया था। एसडीओपी सुजीत भदौरिया का कहना है कि मौत अधिक शराब पीने से हुई या फिर जहरीली शराब पीने से, यह जांच के बाद ही पता चलेगा। गांव में पूछताछ की जा रही है कि किस-किस की तबीयत शराब पीने के बाद खराब हुई है।
बिलैयापुरा गांव निवासी अमर सिंह पुत्र बुद्धाराम जाटव (40) ने मंगलवार सुबह दम तोड़ दिया है। इसके पहले सोमवार को बागचीनी थाना क्षेत्र के मानपुर पृथ्वी गांव में जहरीली शराब से जीतेंद्र यादव की हालत बिगड़ गई थी। स्वजन उसे गंभीर हालत में ग्वालियर इलाज के लिए ले जाने लगे, रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। जीतेंद्र का शव लेकर स्वजन गांव पहुंचे तब पता चला कि गांव में शराब पीने से ध्रुव यादव, सिरनाम, दीपेश, बृजकिशोर, दिलीप शाक्य, धर्मेंद्र यादव, राजकुमार यादव समेत अन्य की भी तबीयत बिगड़ गई है। कुछ देर बाद ध्रुव यादव, दिलीप शाक्य और केदार यादव की भी मौत हो गई है। गांववालों के मुताबिक इन्होंने ओपी केमिकल से बनी हुई शराब पी थी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर देर रात पहुंची।
मानपुर छैरा के मृतक
– राम कुमार किरार पिता छोटेलाल
– धर्मेंद्र सिंह पिता रामजीलाल
– दिलीप शाक्य पिता राम चंद्र शाक्य
– जितेंद्र जाटव पिता पातीराम जाटव
– सरनाम किरार पिता अमर सिंह किरार
– केदार जाधव पिता हुकुम सिंह जाटव
– मुकेश पिता साहब सिंह किरार
पावली गांव के मृतक
– बंटी पुत्र पंजाब
– जितेंद्र पुत्र पंजाब
– रामनिवास पुत्र सिद्धार्थ
सुमावली क्षेत्र में भी तीन की मौत
देररात जहरीली शराब से मौत की सूचना मिलते ही मुरैना में कोहराम मच गया। रात 11.30 बजे सुमावली थाना क्षेत्र के पावली गांव में 31 वर्षीय जीतेंद्र गुर्जर, 34 वर्षीय रामनिवास गुर्जर और एक अन्य युवक की मौत की सूचना पुलिस को मिली। इसके बाद गांव पुलिस पहुंची। थाना प्रभारी रवि गुर्जर ने बताया कि सभी लोग एक पार्टी में गए थे, यहां पर शराब के साथ चिकन भी परोसा गया था। जिसके बाद सभी की हालत गंभीर हो गई।
उज्जैन की घटना से नहीं लिया सबक
इसके पहले उज्जैन में अक्टूबर महीने में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रदेश भर में अवैध शराब को लेकर अभियान चलाया गया था, इसके बाद भी मुरैना शहर से लगे हिस्से में अवैध शराब बिक रही थी और पुलिस सोती रही। अगर उज्जैन की घटना से सबक लिया गया होता तो शायद यह घटना न होती और लोगों की जान बच जाती।
मुरैना के बीहड़ में बेखौफ चलता है अवैध शराब बनाने का कारोबार
मुरैना के बीहड़ में कच्ची व जहरीली शराब का कारोबार बेखौफ चलता है। 12 दिसंबर को नूराबाद पुलिस ने बीहड़ में कच्ची शराब की भट्टी पकड़ी थी। नदी किनारे बीहड़ों में भट्टी जल रही थी जिस पर एक ड्रम में शराब बन रही थी। यह शराब भट्टी पर गुड़, पीओ और अन्य सामग्री से जाती थी। पानी की मोटर से नदी किनारे के भरकों (पानी के छोटे गड्ढों) से पानी खींचा जाता था जिसे ड्रमों में भरकर उससे कच्ची शराब तैयार होती थी। यह शराब बाइकों से आसपास के गांवों में खपाई जाती थी।
बागचीनी और सुमावली थाना क्षेत्र में लोगों की मौत की जानकारी मिली है। मौके पर पुलिस बल भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है। – अनुराग सुजानिया, एसपी मुरैना