हरदा। जी हां जहां एक ओर पूरा देश कोरोना जैसी भयानक बीमारी से परेशान है। पूरे देश मे आज 22 मार्च को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर जनता कर्फ्यू लगा है। इससे बचने के लिए अस्पतालों में डॉक्टर और पूरी टीम अलर्ट है। युद्घस्तर पर सरकार और जनप्रतिनिधि आम जन सहयोग कर इससे बचने के लिये प्रयास कर रहे है।लेकिन जिला अस्पताल में इससे बचने के लिए कोई ठोस इंतजाम कही नजर नही आते रविवार को जब दोपहर मकड़ाई समाचार टीम जिला अस्पताल पहुँची। तो डॉक्टर के चेम्बर खाली, मुख्य गेट पर भी कोई दूर दूर तक नजर नही आ रहा था। जब टीम ने वहां स्थित औषधि वितरण केंद्र पर देखा तो वहां कम्पाउंडर तिवारी सुकून की नींद ले रहे थे। 8 घँटे की ड्यूटी हजारो रुपये सैलरी लेने वाले यह महाशय बड़े ही वेफ़िक्र होकर खर्राटे ले रहे थे।
जब मकड़ाई समाचार की टीम ने इनको कैमरे में कैद किया तो पास में ही बैठे एक युवक ने उन्हें जगा दिया। और हड़बड़ाहट में बोले फ़ोटो क्यो निकालते हो। जब उनसे हॉस्पिटल में आने जाने वाले मरीजो को मास्क दे रहे हो पूछा तो कहने लगे हमारे पास स्टॉक नही है। मास्क अभी नही है। और कहकर अपना समय खत्म होने का कहकर निकल गए। ऐसे लापरवाह कर्मचारियों को जिला अस्पताल में महत्वपूर्ण जन औषधि वितरण केंद्र पर बिठाना कह तक सही है। यह तो वहां के जिम्मेदार सीएमएचओ साहब ही जाने लेकिन इतना जरूर है। कि हरदा शहर में समाजसेवियों द्वारा निशुल्क मास्क वितरण किया गया। और जिला अस्पताल में मास्क की कोई व्यवस्था न होना। यहाँ की पोल खोल रहा है। कोरोना जैसी गंभीर बीमारी में सभी अलर्ट है। ओर यहा कर्मचारी चेन की नीद सो रहे है। इस पर यहां की सुरक्षा व जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर रही है। जिला कलेक्टर को ऐसे मामलों को सज्ञान में डालते हुये ठोस कदम उठाना चाहिए।
जब इस संबंध में जिला अस्पताल के सीएमएचओ के के नागवंशी से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि अभी पर्याप्त मास्क नही है। इसलिये वितरण नही किया जा रहा है।