अधिकारियों को दे रहा भ्रामक जानकारी, कर रहा गुमराह
मकड़ाई समाचार से उत्तम गिरी की खास खबर
मकड़ाई समाचार हरदा/टिमरनी। वाह सीएमओ साहब आपके भी क्या जलवे हैं अपने वरिष्ठ अधिकारियों को कैसे घुमाया जाता है और कैसे गुमराह किया जाता है। यह कला तो मुंशी पार्टी के अधिकारी ही बता सकते हैं। क्योंकि अपने वरिष्ठ अधिकारी एसडीएम कलेक्टर को घुमाना तो कोई आपसे सीखे। क्योंकि टिमरनी नगर में पिछले 1 माह से लगातार अतिक्रमण हटाये जाने का मामला जोर शोर से चल रहा है। किंतु सीएमओ साहब आपके द्वारा अतिक्रमण हटाना तो दूर की बात है जो फरियादी अतिक्रमण हटाने की शिकायत कर रहा है। आप उसी व्यक्ति पर अतिक्रमण किए जाने के आरोप लगा रहे हैं। सीएमओ साहब यह तो बता दीजिए कि अतिक्रमण आखिर कौन कर रहा है क्या गोलू रात्रे अतिक्रमण कर रहा है तो क्या उसे किसी पागल कुत्ते ने काटा है कि वह स्वयं ही अपने पेट पर कुल्हाड़ी मारेगा और अतिक्रमण हटाए जाने की शिकायत एसडीएम सीएमओ व कमिश्नर से करेगा।
क्यों कर रहे हो अधिकारियों को गुमराह
सीएमओ साहब शासन ने आपको मुंशी पार्टी विभाग का अधिकारी इसलिए बनाया है कि नगर की रक्षा कर सकें और नगर में शांति व्यवस्था बनाते हुए नगर को स्वच्छ एवं सुंदर आकर्षक बनाएं। लेकिन आप अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एक ही परिवार के लोगों के कहने पर चलते हुए आप अपनी छवि स्वयं धूमिल कर रहे हैं। और आगे रहकर नगर की सुंदरता पर ग्रहण लगाते हुए अतिक्रमण करवा रहे हैं। जब इसकी शिकायत नगर के समाजसेवी गोलू रात्रे द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को की जाती है तो आप अपने अधिकारियों को गुमराह करते हुए कहते हैं कि वहां वैष्णो देवी दरबार व मंदिर की जगह होना बता रहे हैं। और अपने अधिकारियों को गुमराह करते हुए आस्था की आड़ का सहारा ले रहे हैं। जबकि उक्त स्थान पर ना तो कोई मंदिर है ना कोई बाबा की ओटली है। और ना ही किसी देवी देवता का कोई स्थान है यह तो एक ही परिवार के लोगों ने अपनी रोटी सेकने के लिए इसे आस्था का नाम लेकर स्वयं अतिक्रमण करने में लगे हैं। अगर इसी तरह आस्था के नाम का सहारा लेकर नगर के विभिन्न स्थानों पर अतिक्रमण किया जाएगा तो क्या प्रशासन यूं ही मौन बैठा रहेगा क्या लोग आस्था के नाम का सहारा लेकर नगर में कहीं भी अतिक्रमण कर सकते हैं।
आखिर अतिक्रमण हटाने में क्यों डर रहा है प्रशासन
टिमरनी नगर में पिछले लगभग एक माह से लगातार अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर फरियादी गोलू रात्रे द्वारा अधिकारियों को लिखित शिकायत के माध्यम से अवगत कराते हुए अतिक्रमण हटाए जाने की शिकायत की जा रही थी जिसकी शिकायत सीएमओ एसडीएम कलेक्टर सीएम हेल्पलाइन सहित जनसुनवाई केंद्र में कई बार की गई किंतु आज दिनांक तक जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के कानों में जूं तक न रेंगी। आखिर प्रशासन को अतिक्रमण हटाने में आखिर क्यों डर लग रहा है क्या जिले के अधिकारी सीएमओ के कहने से ही कार्यवाही नहीं करेंगे या स्वयं भी आकर अतिक्रमण स्थल की जांच व निरीक्षण करेंगे।