मकड़ाई समाचार उप्र.। प्रदेश के लखीमपुर खीरी में डॉक्टर ने अपनी पत्नी की दर्दनाक हत्या कर उसके शव को बक्से में बंद कर स्वयं के अस्पताल की एंबुलेंस सेे शव को 321 किमी गढ़मुक्तेश्वर ले गया जहां उसका अंतिम संस्कर कर दिया। आरोपी डॉक्टर ने इसके बाद थाने पहुंच कर पत्नी के लापता होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई।
ईसानगर थाना क्षेत्र के गांव रायपुर में रहने वाले शिवराज शुक्ला डीएम गोंडा के ओएसडी हैं। उन्होंने बेटी वंदना की वर्ष 2014 में लखीमपुर शहर के मोहल्ला बहादुरनगर निवासी अभिषेक दीक्षित से शादी कराई थी। वंदना ने बीएएमएस किया था। वहीं उसका पति अभिषेक भी बीएएमएस डॉक्टर है। दोनों ने सीतापुर रोड पर गौरी नाम से हॉस्पिटल बनवाया था और उसी में प्रैक्टिस करते थे। धीरे-धीरे उनके बीच विवाद शुरू हो गए। इसके बाद वंदना चहमलपुर के लक्ष्मी नारायण हॉस्पिटल में प्रैक्टिस करने लगी,।इस दौरान भी उनकेे बीच उनके बीच मारपीट भी होती थी।
सीओ सिटी संदीप सिंह ने बताया कि 26 नवंबर को पति अभिषेक और उसके पिता गौरी शंकर अवस्थी ने वंदन को घर पर डंडों से पीटा। पिटाई के दौरान वंदना की मौत हो गई। दोनों ने वंदना के शव को बक्से में बंद कर दिया। देर रात रेलवे स्टेशन से एक पिकअप किराए पर ली, उसमें वंदना का शव अपने गौरी हॉस्पिटल ले गए। रात भर शव को अस्पताल में ही रखा। सुबह एक एंबुलेंस किराए ली, उससे वंदना के शव को करीब 321 किलोमीटर दूर गढ़मुक्तेश्वर ले गए। वहां 1300 की पर्ची कटाकर अंतिम संस्कार कर दिया।
आरोपी पति ने 27 नवंबर की शाम मृतका के पिता को सूचना दी कि उनकी बेटी कही चली गई है। पिता लखीमपुर आए और पति के साथ जाकर कोतवाली सदर में वंदना की गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने जांच शुरू की तो घटना का खुलासा हुआ। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, उनसे पूछताछ की गई तो आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस ने दोनों को जेल भेज रही है।