मकड़ाई समाचार भाेपाल। बंगाल की खाड़ी में बना गहरा कम दबाव का क्षेत्र और शक्तिशाली हाेकर अवदाब के क्षेत्र में परिवर्तित हाे गया है। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक इस मौसम प्रणाली के असर से मध्य प्रदेश में वर्षा की गतिविधियाें में तेजी आने लगी है। इसी क्रम में साेमवार काे भाेपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन एवं सागर संभागाें के जिलाें में झमाझम वर्षा हाेने के आसार हैं।
कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हाे सकती है
विशेषकर जबलपुर, नर्मदापुरम संभागाें के जिलाें में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हाे सकती है। उधर रविवार काे सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक छिंदवाड़ा में 24, पचमढ़ी में 10, मंडला में छह, ग्वालियर में 5.6, नर्मदापुरम में दाे, सिवनी में दाे, नरसिंहपुर में दाे, बैतूल में एक, मलाजखंड में एक, इंदौर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई।
बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी मिलने से मानसून फिर सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मानसून ट्रफ वर्तमान में गुजरात के नलिया, अहमदाबाद, ब्रह्मापुरी, जगदलपुर से हाेकर अवदाब के क्षेत्र तक बना हुआ है। इस वजह से बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी मिलने से मानसून एक बार फिर सक्रिय हाे गया है।
राजधानी में रविवार शाम अलग-अलग स्थानाें पर गरज-चमक के साथ वर्षा
प्रदेश में शनिवार शाम से वर्षा की गतिविधियाें में तेजी आने लगी है। राजधानी में रविवार शाम काे शहर के अलग-अलग स्थानाें पर गरज-चमक के साथ वर्षा हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अवदाब का क्षेत्र वर्तमान में ओडिशा में भवानीपटना के पास बना हुआ है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने के संकेत मिले हैं।
पूरे मध्य प्रदेश में गरज-चमक के साथ वर्षा हाेने की संभावना
इसके अतिरिक्त काेंकण एवं उससे लगे गाेवा पर भी हवा के ऊपर भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन तीन मौसम प्रणालियाें के असर से साेमवार से पूरे मध्य प्रदेश में गरज-चमक के साथ वर्षा हाेने की संभावना है। विशेषकर जबलपुर एवं नर्मदापुरम संभागाें के जिलाें में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हाे सकती है। रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला तीन दिन तक बना रह सकता है।