रायपुर। कांग्रेस के 85वें राष्ट्रीय अधिवेशन के तीसरे दिन राहुल गांधी का संबोधन शुरू हो गया है। राहुल ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए भारत जोड़ो यात्रा की चर्चा से भाषण की शुरुआत की। राहुल गांधी ने कहा, मैंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा की। यात्रा के दौरान मैं देश के सभी तबके से मिला। भारत जोड़ो यात्रा से बहुत कुछ सीखा। यात्रा से लाखों लोग जुड़े। यात्रा के दौरान लोगों का बहुत प्यार मिला। यात्रा के दौरान भारत का दर्शन करने निकला। यात्रा के दौरान किसानों का दर्द समझा।
राहुल ने कहा, ‘यात्रा में मेरे साथ लोग थे। लाखों लोग थे। मैं सोचता था कि मैं क्या कर रहा हूं। मकसद क्या है। मैंने अपने दफ्तर के लोगों को बुलाया। उनसे कहा कि भीड़ है लोगों को धक्का लगेगा, चोट लगेगी। हमें एक काम करना है कि मेरे साइड में 20-25 फीट तक जो जगह है, वो हमारा घर है। ये घर हमारे साथ चलेगा। सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक ये घर साथ चलेगा।
मैंने सबसे कहा कि इस घर में जो भी आएगा, अमीर हो चाहे गरीब, बुजुर्ग हो, युवा हो या बच्चा, किसी भी धर्म, किसी भी राज्य का हो, हिंदुस्तान से बाहर का हो, जानवर हो, उसे ये लगना चाहिए कि मैं आज अपने घर आया हूं। जब वो यहां से जाए तो उसे लगना चाहिए कि मैं घर को छोड़कर जा रहा हूं। जिस दिन ऐसा हुआ यात्रा जादू से बदल गई। लोग राजनीति की बात नहीं करते थे। हिंदुस्तान के लोगों ने महिलाओं ने इस देश के बारे में मुझसे जो कहा, वो आपको बता नहीं सकता। युवाओं का दर्द आपको नहीं समझा सकता।’
उन्होंने कहा, हमने घाटी के युवाओं से झंडा फहराया। यात्रा के दौरान कश्मीर के लाखों लोगों ने तिरंगा फहराया। कश्मीर में चारों तरफ तिरंगा फहराया गया। मैं सुना कि लाल चौक पर प्रधानमंत्री ने तिरंगा फहराया। पीएम ने भाजपा के 15-20 लोग के साथ जाकर लाल चौक पर तिरंगा फहराया। लेकिन भारत जोड़ाे यात्रा के दौरान लाखों लोगों ने झंडा फहराया। हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री को यह बात समझ नहीं आई। हमने हिंइुस्तान की भावना जम्मू-कश्मीर के युवाओं में डाल दी। केंद्र सरकार ने उसे छीन लिया।
राहुल ने कहा, केंद्र के मंत्री ने इंटरव्यू में कहा कि चीन की इकोनामी हमसे बड़ी है तो हम उनसे कैसे लड़ सकते हैं। क्या जब अंग्रेजों से लड़ रहे थे, तो हमारी इकोनामी उनसे बड़ी थी। क्या शक्तिमान से लड़ना ही नहीं हैं। ऐसे व्यवहार को कायरता कहा जाता है। ये सावरकर की सोच है कि जो आपसे तगड़ है तो उसके सामने सिर झुका हो। महात्मा गांधी सत्याग्रह की बात कहते थे। सत्य के रास्ते को कभी मत छोड़ो। ये लोग सत्ता के लिए कुछ भी करेंगे। किसी से भी मिल जाएंगे। ये इनकी सच्चाई है। उन्होंने कहा, कांग्रेस सत्याग्रही है और भाजपा सत्ताग्रही है।
संबोधन में राहुल गांधी ने अडानी के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी और अडाणी एक हैं। उन्होंने पूछा प्रधानमंत्री और अडाणी के बीच क्या रिश्ता है। देश का धन एक व्यक्ति के यहां जा रहा है। अडाणी पर हमला करने वाला देशद्रोही और अडाणी देशभक्त बन गए। भाजपा और संघ उस व्यक्ति की रक्षा कर रहे हैं।
इससे पहले प्रियंका गांधी ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा, देश की जनता को कांग्रेस की जरूरत है। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के अधिवेशन को रोकने के लिए ईडी के छापे पड़वाए गए। लेकिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डटकर मुकाबला किया।
थोड़ी देर में राहुल गांधी का संबोधन होगा। वहीं अधिवेशन का समापन रविवार दोपहर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संबोधन से होगा। इसके बाद दोपहर तीन बजे रायपुर के जोरा मेला ग्राउंड में आमसभा होगी। इस आमसभा में राहुल गांधी के अलावा मल्लिकार्जुन खरगे और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी संबोधित करेंगे।
कांग्रेस की चुनावी सभा का आगाज करेंगे राहुल-सोनिया
छत्तीसगढ़ में आठ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव का आगाज कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी रविवार को करेंगे। रायपुर के कृषि विश्वविद्यालय के सामने जोरा मैदान में आयोजित सभा में प्रदेशभर के करीब दो लाख कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचेंगे। सभा को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी संबोधित करेंगे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में आज पास होंगे तीन प्रस्ताव
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में रविवार को तीन प्रस्ताव पास होंगे। कांग्रेस कृषि और किसान, सामाजिक न्याय और युवाओं को लेकर प्रस्ताव पेश करेगी। इस पर प्रतिनिधि करीब तीन घंटे तक चर्चा करेंगे। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समापन भाषण देंगे।