संस्कृति और परंपरा की आड़ में चल रहा यह गोरखधंधा
के के यदुवंशी
सिवनी मालवा। तहसील के प्रसिद्द भीलट देव मेले में पुलिस और नेताओं की नाक के नीचे खुलेआम जुआ का खेल खेला जा रहा है। स्थानीय प्रशासन और नेताओं की सरपरस्ती में होने वाले इस सार्वजनिक जुआघर” में हर रोज जुआ खेला जाता है। ये मेला चैत्र मास की चतुर्दशी से चालू होता है और लगभग 10 दिन तक चलता है।
मेले में जुआ खेलने के लिए वाकायदा स्टाल लगाया गया है जिन पर लोग आ कर रुपयों का दाव लगा रहे है। कमाई का एक बड़ा हिस्सा कथित तौर पर मेला प्रशासन को मिलता है। संस्कृति और परंपरा की आड़ में चल रहा यह गोरखधंधा कई वर्षों से चला आ रहा है। पुलिस और कार्यक्रम आयोजकों की निगाहों से बचकर मोबाइल से बनाए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से जुआ खेला जा रहा है।
लोग मेले में आते है व अपनी जेब ढीली करके यहां से जाते रहे लेकिन किसी ने भी इन्हे रोकने की कोशिश नहीं की। ऐसा नहीं की इसकी जानकारी प्रशासन को नहीं थी लेकिन वो सब अपनी आँखों के सामने ये सब देखते रहे। कुछ पैसे की खातिर आयोजकों ने सरेआम जुआ खेलने की अनुमति दी व लोगों को खाली जेब घर जाने को मजबूर किया। मेले मे जुए के स्टाल लगे हुए है। बड़े तो इसका शिकार हो ही रहे है। पूरे मामले में थाना प्रभारी जितेंद्र यादव ने बताया कि मुझे मामले की जानकारी नहीं है अगर इस तरह का सट्टा खिलाया जा रहा है तो कार्रवाई की जाएगी।