भोपाल में 10 फीसदी मरीजों को संक्रमण कैसे हुआ, स्वास्थ्य विभाग को पता नहीं

भोपाल। भोपाल में कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों में 10 फीसदी को बीमारी कैसे हुई यही पता नहीं चल पाया है। इसमें कई मरीज तो ऐसे भी हैं जो गंभीर बीमारी के चलते घर से ही नही निकल रहे थे। संक्रमितों में आठ फीसदी पुरानी बीमरियों या फिर सांस की तकलीफ के चलते अस्पताल पहुंचे थे। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग यह पता नहीं कर पाया है कि अस्पताल में इन्हें संक्रमण किससे लगा। यह जानकारी केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट में सामने आई है। भारत सरकार ने एम्स भोपाल की टीम यहां कोरोना संक्रमण की निगरानी के लिए पिछले हफ्ते भेजी थी। टीम ने पूरे भोपाल के हालातों की जानकारी लेने के साथ प्रदेश के सबसे बड़े हॉटस्पॉट जहांगीाराबाद व अन्य ज्यादा संक्रमित इलाकों का दौरा किया था।

टीम को कहां क्या मिला, क्या सुझाव दिए

जहांगीराबाद : मरीजों की संख्या बढ़ेगी

80 हजार की आबादी वाले इस क्षेत्र में अभी तक 320 मरीज मिल चुके हैं। अभी तक यहां के चार हजार संदिग्धों की जांच यहां हो चुकी है। यहां पर पहला केस 4 अप्रैल को मिला था। 12 मई तक यहां 196 मरीज मिल चुके थे। इनमें नौ की मौत हो चुकी है। टीम ने आगाह किया है कि यहां पर केस अभी और बढ़ सकते हैं, लेकिन बीमारी की जल्दी पहचान कर मौतों को रोका जा सकता है।

मंगलवारा : एक जगह बैठे मिले 50 लोग, मास्क में सिर्फ 16

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टीम 17 मई को मंगलवारा क्षेत्र में पहुंची थी। यहां संकरी गली में एक ही जगह 50 लोग बैठे थे। इनमें सिर्फ 16 लोग मास्क पहने हुए थे। इनमें भी 9 लोग ऐसे थे जिन्होंने मास्क से नाक को नहीं ढका था। टीम ने यह भी कहा जहां प्रति एक हजार टेस्ट के मान से मौतें ज्यादा हो रही हैं वह जांचों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है।

हमीदिया अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड और तैयार

हमीदिया अस्पताल में पहले से तैयार 100 बेड में 87 मरीज भर्ती हो चुके हैं। अब 100 और मरीजों को भर्ती करने के लिए वार्ड तैयार हो गए हैं। मेडिसिन विभाग में इन मरीजों को भर्ती किया जाएगा। मेडिसिन विभाग में पहले से भर्ती गंभीर मरीजों को सर्जिकल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। बता दें कि यहां पर 15 दिन से मरीजों को भर्ती करने की शुरुआत हुई है। दो मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी भी कर दी गई है।

सरकारी यूनानी कॉलेज में भी भर्ती होंगे मरीज

कलियासोत डैम के पास बने यूनानी कॉलेज में भी कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाएगा। यहां पर 50 मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है। ईद के बाद यहां मरीजों को भर्ती करने की शुरुआत होगी। इसके पहले पास में ही सरकारी होम्योपैथी कॉलेज में मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। यहां 46 मरीज भर्ती हैं।