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मप्र: प्राइवेट कॉलेजों पर कसेगी नकेल, जारी हुई अधिसूचना से मचा हडक़ंप

मकड़ाई समाचार जबलपुर। अशासकीय महाविद्यालयों में कोड-28 की प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित कराने के लिए रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है। अब ऐसे कॉलेजों को अपने यहां नियुक्त शैक्षिक स्टाफ की पूरी जानकारी देनी होगी। शिक्षक के मासिक वेतन, बैंक स्टेटमेंट प्रति के साथ ही 3 साल की आइटीआर की प्रति को भी संलग्न करना होगा। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय प्रशासन ने गुरुवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। महाविद्यालय कॉलेज कोड-28 के तहत गठित प्राचार्य सहायक प्राध्यापकों की चयन प्रक्रिया को शासी निकाय में प्रस्तुत करते हैं और शासी निकाय के प्रतिवेदन को बंद लिफाफे के साथ विश्वविद्यालय में जमा करते हैं। ऐसी स्थिति में शासी निकाय की बैठक का फोटोग्राफ भी अब संलग्न करना होगा, जिससे कि सदस्यों की उपस्थिति सुनिश्चित हो सके। फोटोग्राफ के अभाव में कोड-28 की चयन प्रक्रिया पूर्ण नहीं मानी जाएगी। कॉलेजों को अपने स्टाफ की फोटो भी अब विश्वविद्यालय प्रशासन को देनी होगी। ऐसे शिक्षक जो अन्य महाविद्यालय में कोड-28 की प्रक्रिया में सम्मिलित होते हैं तो उन्हें वर्तमान महाविद्यालय में पदस्थ प्राचार्य से अनापत्ति प्रमाण पत्र संलग्न करना होगा।

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अशासकीय कॉलेजों में पारदर्शिता लाने के लिए विवि प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। सभी कॉलेजों को निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। – डॉ. दीपेश मिश्रा, उपकुलसचिव रादुविवि

कॉलेजों में छात्रों की गैर हाजिरी कॉलेजों को छात्रों की उपस्थिति दूसरे दिन भी नगण्य रही। कॉलेजों में छात्रों का इंतजार होता रहा, लेकिन किसी भी कॉलेज में 100 छात्र भी नहीं पहुंचे। इसकी एक वजह फिलहाल प्रवेश प्रक्रिया का संचालन होना भी है। छात्र-छात्राओं से अभिभावकों की सहमति प्राप्त करना भी अनिवार्य होने से भी संख्या कम थी। गिने चुने जो छात्र कॉलेज पहुंच रहे हैं, उन्हें फिलहाल नई शिक्षा नीति के बारे में अवगत कराया जा रहा है। शासकीय महाकोशल कॉलेज, शासकीय मानकुंवरबाई कॉलेज, शासकीय विज्ञान महाविद्यालय आदि जगह ऐसी ही स्थिति थी।