MAKDAI SAMACHAR बिश्रामपुर। लाकडाउन के बावजूद रविवार को समीपस्थ ग्राम कुरुवां व केशवनगर से गुजरी रेण नदी में डुबान क्षेत्र से रेत का एक्सीवेटर मशीन से अवैध उत्खनन किए जाने के साथ ही अवैध परिवहन धड़ल्ले से जारी रहा। नदी नालों से भारी मात्रा में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को लेकर नईदुनिया में बार बार खबरों के प्रकाशन के बावजूद रेत तस्करी बेरोक टोक जारी रहने से खनिज अधिकारी के साथ साथ जिले के आला अधिकारियों की भूमिका सन्देह के दायरे में आना लाजिमी है। लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण संपूर्ण लाकडाउन के दिन रविवार को भी खनिज अधिकारी की कथित साठगांठ से आसपास गावों से गुजरी रेण व घुनघुट्टा नदी से रेत माफियाओं ने भारी मात्रा में रेत का अवैध उत्खनन करा कर रेत की तस्करी कर शासन को राजस्व की भारी क्षति पहुंचाई। वहीं एक रेत माफिया ने नगर से सटे सतपता गांव में सतपता डेडरी घाट समेत केशवनगर और कुरुवां घाट पर रेड़ नदी में बेखौफ एक्सीवेटर मशीन लगाकर रेत का व्यापक पैमाने पर खुलेआम अवैध उत्खनन करा कर सौ से अधिक ट्रीप रेत ट्रेक्टर, 407 और 908 वाहनों अवैध परिवहन करा कर शासन को राजस्व की अपूरणीय क्षति पहुंचाई।
रेहर एनीकट के समीप का क्षेत्र डुबान क्षेत्र है। उसके बावजूद खनिज अधिकारी के कथित संरक्षण में बार बार खबरों के प्रकाशन और कलेक्टर समेत खनिज अधिकारी को सूचना दिए जाने के बाद भी रेत तस्करी का खेल लगातार जारी रहने से राज्य सरकार की भूमिका पर भी सवालिया निशान लग रहा है। विपक्षी दल के साथ ही कांग्रेसी भी रेत तस्करी पर पर्यावरण और जनहित में रोक लगाने की मांग लगातार कर रहे है, फिर भी खनिज विभाग की भ्रष्ट कार्यशैली के कारण रेत का अवैध कारोबार लक डाउन में भी लगातार जारी है।
अनुमति के बिना हो रहा रेत उत्खनन-
डुबान क्षेत्र में कुरुवां, केशवनगर के अलावा राजपुर, रतनपुर, जयनगर कांसा पारा आदि ग्रामो से गुजरी नदी में बिना अनुमति रेत माफिया खनिज अधिकारी एवं जिला प्रशासन की कथित सांठगांठ से रेत का अवैध कारोबार संचालित कर खुलेआम शासन को राजस्व का चूना लगा रहे हैं। रेत के अवैध कारोबार की सप्रमाणिक खबर के बार-बार प्रकाशन के बावजूद रेत तस्करी के अवैध कारोबार पर अंकुश नहीं लगना राज्य सरकार की छवि पर दाग लगा रहा है। इतना ही नहीं जिन नदियों में चिन्हित घाटों से रेत का अवैध खनन कराने की अनुमति दी गई है। उन घाटों से भी रेत का अवैध उत्खनन कराकर परिवहन कराया जा रहा है। रेत माफियाओं द्वारा नगर के आसपास नदियों से रोजाना भारी मात्रा में रेत का अवैध उत्खनन करा कर रेत को वाहनों के माध्यम से अंबिकापुर में खपाया जा रहा है। जिले के प्रभारी खनिज अधिकारी संदीप नायक का मोबाइल बंद रहने के कारण मामले में उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।