ब्रेकिंग
Harda news: कर्मचारियों के सभी भुगतान, क्रमोन्नति, पदोन्नति समय पर सुनिश्चित हों- कलेक्टर श्री जैन हरदा: हरीश चौधरी और जीतू पटवारी आयेंगे आज हरदा जिले के करताना सिपाही बनते युवक के तेवर बदले दहेज मेंमांगे 30 लाख, मांग पूरी न होने पर सगाई तोडने की धमकी Aaj ka rashifal: आज दिनांक 17 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे हरदा: वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय धर्मेंद्र चौबे को भास्कर परिवार और स्थानीय पत्रकारों के द्वारा नगर पाल... कृषि अधिकारियों ने किया खाद बीज की दुकानों का निरीक्षण  Ladli bahna yojna: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लाडली बहनों के खाते में राशि अंतरित की मध्यप्रदेश के एक मंत्री के ड्राईवर की दबंगई ससुराल मे की पत्नि की पिटाई ,हुआ मामला दर्ज !  पूर्व सरपंच के भ्रष्टाचार में साथ न देने वाले वर्तमान आदिवासी सरपंच के हटाने की तैयारी में जुटा प्रश... आपसी रंजिश के चलते बेटी का फोटो एडिट कर उसके पिता को भेजा: पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

शराब के नशे में हुए झगड़े के बाद चुनाव कराने गए कर्मचारी की हुई थी हत्या

मकड़ाई समाचार शहडोल। हाल ही में संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान लापता पी वन चुनाव अधिकारी बुद्ध सेन अगरिया का कंकाल मिलने के बाद पुलिस ने हत्या के दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार बुध सेन अगरिया झींक बिजुरी के रमन्ना कनेर गांव में चुनाव ड्यूटी कराने गए थे और उसी दिन आठ जुलाई से वह लापता थे। लगातार तलाश करने पर एक महीने बाद झींक बिजुरी के जंगल में नाले पर नर कंकाल मिला। स्वजनों ने कपड़े के आधार पर पहचान की।

पुलिस लगातार मामले की जांच करती रही और मेडिकल कालेज में डीएनए टेस्ट भी कराया गया है। इसी बीच पुलिस ने दो आरोपियों को संदिग्ध मानते हुए हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो वही हत्या के आरोपित निकले। इसके बाद राजू सिंह और इंद्रपाल सिंह पर हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया है कि चुनाव ड्यूटी के बाद लापता हुए बुद्धसेन शराब पीने के आदी थे।

- Install Android App -

चुनाव ड्यूटी के दौरान ही वह शराब पीने के लिए गांव में शराब की तलाश कर रहे थे, तभी उनकी मुलाकात गांव के एक व्यक्ति से हुई और वह अपने साथ शराब पिलाने के लिए ले गया। शराब पिलाई, इसके बाद किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ और आरोपितों ने लाठी से पीटकर बुद्धसेन की हत्या कर दी। इसके बाद अपराध को छुपाने के लिए शव को लकड़ी की कांवर बनाकर उसके सहारे बोरियों में शव लटका कर एक किलोमीटर दूर जंगल के नाले में फेंक दिया था, जिसे बाद में पुलिस ने नर कंकाल के रूप में जप्त किया है।

नर कंकाल मिलने के बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की, जिसमें राजू सिंह एवं इंद्रपाल सिंह को संदेह के दायरे में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने में आरोपियों ने हत्या करना स्वीकार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के निर्देश के बाद लगातार लापता कर्मचारी को तलाशने में पुलिस टीम लगी थी और आरोपितों तक पहुंच गई। इस कार्यवाही में जैतपुर पुलिस के साथ झींक बिजुरी पुलिस की शामिल रही है।