ब्रेकिंग
मालदीव में पीएम मोदी को गले लगाकर मुइज्जू ने किया स्वागत यहां मंदिरों के बाहर मांस की दुकान को लेकर आखिर क्यों नहीं होता विवाद मध्यप्रदेश में एक कलयुगी बेटे को आजीवन कारावास की सजा !  राशनकार्ड धारियो के लिए खुश खबरी !  चावल से ज्यादा मिलेगा गेंहू पढ़िये पूरी खबर राजस्थान : झालावाड़ में स्कूल बिल्डिंग गिरी, 4 बच्चों की मौत, कई के दबे होने की आशंका थाईलैंड-कंबोडिया 'जंग' दूसरे दिन भी जारी, 14 की मौत पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी को छोड़ा पीछे, बनाया नया कीर्तिमान एशिया कप में भिड़ने को तैयार भारत और पाकिस्तान Aaj ka rashifal: आज दिनांक 25 जुलाई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे Bhopal harda: राजपूत छात्रावास में हुई दुर्भाग्यपूर्ण  घटना के संदर्भ में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मुख...

सडीईआरएफ हरदा टीम ने राजा बरारी, बोरी, रहटगांव के शासकीय उच्च मा. विद्यालय के छात्र-छात्राओं को दिया आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण

मकड़ाई समाचार रहटगांव। आपदा जोख़िम नियुनिकरण के अंतर्गत मध्य प्रदेश में आपदा से बचाव एवं प्रबंधन हेतु विभिन्न संस्थानों और हितधारकों को सशक्त बनाने के लिए, SDERF की टीमें लगातार मॉक अभ्यास, क्षमता निर्माण कार्यक्रम व जन जागरुकता के अभियान चला रही है, साथ ही समाज का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बच्चे एवं शिक्षण संस्थानों में आपदा से बचाव हेतु स्कूल एवं कॉलेजों में स्कूल सुरक्षा एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रही है। उसी कड़ी में आज दिनांक 02 सितंबर को शासकीय उच्च मा. विद्यालय स्कूल बोरी रहटगांव जिला- हरदा में डिस्ट्रिक्ट कमान्डेंट मयंक कुमार जैन के कुशल दिशा-निर्देशन में SDERF की टीम द्वारा आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

- Install Android App -

एमपी एसडीईआरएफ की प्रशिक्षित टीम द्वारा आपदा के अंतर्गत भूकंप एवं बांढ़ में बचाव के तरीके, आग, वज्रपात ,सड़क दुर्घटना, रेल दुर्घटना, औधौगिक दुर्घटना , सर्पदंश से बचाव, दामिनी ऐप का इस्तेमाल आदि विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें स्कूल के छात्र एवं छात्राओं, शिक्षक तथा कर्मचारियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।

इस अवसर पर उपस्थित श्री कालू राम लोंगरे शिक्षक द्वारा एसडीईआरएफ़ टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एसडीईआरएफ टीम द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यक्रम बहुत प्रशंसनीय और शिक्षाप्रद है। इस कार्यक्रम से विद्यार्थी व अध्यापक लाभान्वित होंगे और आपदा के दौरान अपने और अन्य लोगों के जीवन को बचाने में अपना सहयोग प्रदान कर पाएंगे।